सावंतवाडी विधानसभा चुनाव: महाराष्ट्र विधानसभा का चुनाव इस बार खासा दिलचस्प है। इस बार महायुति दल और महाविकास अघाड़ी दो गठबंधन मैदान में आमने-सामने हैं। दोनों गठबंधन दलों में इस बार काफी कुछ दांव पर लगा है। दोनों राज्य में अपने अस्तित्व बचाने के लिए चुनावी मैदान में एक-दूसरे को पटखनी देने की कोशिश में लगे हुए हैं। ऐसे में इस चुनाव में सबकी नजर सावंतवाड़ी विधानसभा पर हैं। जानकारी दे दें कि महाराष्ट्र में इस बार एक ही फेज में चुनाव हो रहे हैं, ऐसे में 20 नंवबर को इस सीट पर भी चुनाव है।
शिवसेना वर्सेस शिवसेना यूबीटी
सावंतवाड़ी विधानसभा 2019 के चुनाव में शिवसेना के नेता दीपक केसरकर को जनता ने जीत दिलाई। इस बार सावंतवाड़ी से मौजूदा विधायक दीपक केसरकर शिवसेना के शिंदे गुट में हैं और पिछले चुनाव में दूसरे नंबर पर रहे राजन तेली इस बार महाविकास अघाड़ी के दल शिवसेना यूबीटी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसे में यह चुनाव खासा दिलचस्प हो गया है क्योंकि इस बार एनसीपी व शिवसेना दो गुटों में बंटी हुई है। ऐसे में इस सीट पर चुनावी मुकाबला देखना रोमांचकारी होगा। बता दें कि 2019 की हार के बाद राजन तेली ने बीजेपी ज्वाइन की, पर चुनाव लड़ने की लालसा में बीजेपी छोड़ उद्धव ठाकरे गुट का दामन थाम लिया। ऐसे में यहां चुनाव शिवसेना वर्सेस शिवसेना यूबीटी है।
सावंतवाडी का चुनावी इतिहास
जानकारी दे दें कि सिंधुदुर्ग जिले का सावंतवाडी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र साल 1962 में अपने अस्तित्व में आया। शुरुआती सालों में यहां कांग्रेस का खासा दबदबा था। यहां 1962 से 1995 तक कांग्रेस ने 8 बार सभी को एकतरफा हराया। 1978 में सिर्फ कांग्रेस जीत न सकी। फिर साल 1999 में शिवसेना ने पहली बार कांग्रेस के गढ़ में सेंध लगा दी और इस विधानसभा से शिवसेना के प्रत्याशी शिवराम दलवी जीते, फिर 2004 में भी उनको जीत मिली। फिर साल 2009 में दीपक केसरकर एनसीपी के टिकट पर सावंतवाड़ी से विधायक चुने गए और पहली बार एनसीपी को सावंतवाड़ी में सफलता मिली, लेकिन राजनीतिक हालात को देखते हुए केसरकर ने पाला बदला और शिवसेना का दामन थाम लिया और विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की।
फिर साल 2014 और 2019 में, सावंतवाडी के लोगों ने केसरकर को शिवसेना के टिकट पर विधायक बनाया। इसके बाद 2019 में केसरकर ने निर्दलीय उम्मीदवार राजन तेली को 12000 वोटों से हराया था। इसी हार को जीत में बदलने के लिए राजन तेली इस बार शिवसेना यूबीटी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे तो दीपक अपनी जीत की हैट्रिक लगाने के लिए अग्रसर हैं।
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