कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी ने ईवीएम को लेकर एक बयान दिया था। उन्होंने कहा कि भारत में ईवीएम ब्लैक बॉक्स की तरह है, जिसकी जांच नहीं की जा सकती है। राहुल गांधी के इस बयान के बाद सत्ताधारी दल हो या विपक्ष दोनों के ही बीच जुबानी जंग शुरू हो गई। इस बीच अब शिवसेना यूबीटी के नेता आदित्य ठाकरे ने भी ईवीएम पर बयान दे दिया है। आदित्य ठाकरे ने कहा कि ईवीएम नहीं होता तो भाजपा 240 तो क्या 40 सीट भी नहीं जीत पाती। चुनाव अधिकारी के फोन पर बार-बार जो कॉल आ रहा था, जिसपर वो वॉशरूम बार-बार जा रहे थे, हमने देखा है।
ईवीएम पर आदित्य ठाकरे ने खड़े किए सवाल
आदित्य ठाकरे ने कहा कि वायकर के रिश्तेदार पंडिलकर को किसका कॉल आया यह हमें पता है। मौके पर मौजूद चुनाव अधिकारी गुरव के मोबाइल पर सवाल उठ रहे हैं। उसपर जो कल चुनाव अधिकारी ने इजाजत दिया। उन्होंने कहा कि जो आरओ (सूर्यवंशी) है। उनके बैकग्राउंड को देखिए, उनपर कितने आरोप लगे हैं। हमें अबतक सीसीटीवी फुटेज चनाव आयोग द्वारा नहीं दिया गया है। चुनाव आयोग से हमारी मांग है कि इस पूरे प्रकरण की जांच कराई जाए और अमोल कीर्तिकरण को विजयी घोषित किया जाए। अगले 2-3 दिन में हम कोर्ट में अपील करेंगे। रविंद्र वायकर की जीत की हम चुनौती देंगे।
आदित्य ठाकरे ने बताया कहां हुई है गलती?
आदित्य ठाकरे ने कहा कि पोस्टल बैलेट का काउंट पहले हो जाने के बाद 26वें राउंड के बाद बताया गया। 19वें राउंड की काउंटिंग के बाध सीधे 26वें राउंड की काउंटिंग बताई गई। उन्होंने कहा कि अमोल कीर्तिकर की सीट हम जीते हैं। हम कोर्ट जरूर जाएंगे। EC यानी इलेक्शन कमीशन नहीं बल्कि Easily compromised हो गया है। इस मामले पर अनिल परब ने कहा कि अमोल कीर्तिकर के 19वें राउंड के बाद से ही वोटों की गिनती में गड़बड़ी कई गई। हर सांसद की सीट की काउंटिंग वाली जगह कुल 14 टेबल होते हैं। हर ईवीएम काउंटिंग टेबल के पास एआरओ यानी असिस्टेंट रिटर्निंग ऑफिसर होता है। हर राउंड की काउंटिंग के बाद फाइनल जानकारी एआरओ को दिया जाता है। लेकिन 19 राउंड की काउंटिंग के बाद एआरओ को जानकारी नहीं दी गई है।