मुंबई: मुंबई में आज ही के दिन आतंकी हमला हुआ था। यह दिन मुंबई के लोग कभी भूल नहीं सकते। इसी को लेकर शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि ये हमला मुंबई पर नहीं था बल्कि ये हमला देश की आर्थिक राजधानी पर यानि देश पर हमला था। इस तरह से हमला करके देश की अर्थव्यवस्था को ध्वस्त करने का प्रयास किया गया। इस हमले में बहुत सारे निर्अपराध लोग मारे गए। 20 से भी ज्यादा जांबाज पुलिस अधिकारी शहीद हो गए। इस प्रकार के हमले हम भूल नहीं सकते। ऐसे हमले जब होते हैं तो देश हिल जाता है, देश की जड़ें हिल जाती है। और ऐसा ही हुआ है।
मुंबई जैसे शहरों की रक्षा करनी चाहिए
संजय राउत ने आगे कहा कि हमने इस हमले से सबक ले लिया है। मुंबई की रक्षा करनी चाहिए, मुंबई जैसे शहरों की रक्षा करनी चाहिए। मुंबई को कमजोर करने की साजिश इस तरह से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हो रही थी। उन्होंने कहा कि जिस तरह से सिक्योरिटी का प्राइवेटाइजेशन हो रहा है उससे मुंबई जैसे शहरों को सबसे बड़ा खतरा है। मुंबई का खतरा कायम है, लेकिन कश्मीर में भी खतरा बरकरार है। उन्होंने कहा कि कश्मीर में पिछले 8 दिन में हमारे 6 जवान शहीद हो गए हैं। मणिपुर में भी हमारे लोग मरे, लेकिन सरकार क्या कर रही है। 26/11 तो हो रहे हैं और सरकार देखती रहती हैं। उन्होंने कहा कि कश्मीर और मणिपुर में पुलिस और सेना पर आतंकी हमले हो रहे हैं, उस पर गंभीरता से विचार करने की जरूरत है।
संविधान के निजीकरण की कोशिश
संजय राउत ने कहा कि पिछले दस सालों में संविधान का निजीकरण करने की कोशिश की गई है, उसको खोखला करने और अपना निजी संविधान लादने की कोशिश की गई। 2024 में इसी सविधान को बचाने की लड़ाई होगी। इस बात को शिवसेना के साथ बाकी दलों को भी समझना होगा। मिजोरम की लड़ाई स्थानीय लोगों की है। कांग्रेस वहां अच्छी स्थिति में है, बीजेपी की जीत मिजोरम में भी नहीं होगी। बाकी 4 राज्यों में भी कांग्रेस जीतेगी। मोदी का जादू नहीं चलेगा। तेलंगाना में बीजेपी की नीति है कि खुद नही जीतेंगे लेकिन कांग्रेस को मत आने दो, कांग्रेस को मत जीतने दो। इसके अलावा बाकी 3 राज्यों में BJP की बुरी हार होगी।
यह भी पढ़ें-
ठाणे के मुंब्रा में भयानक केमिकल ब्लास्ट, 1 KM दूर तक सुनी गई आवाज; CCTV में कैद हुआ पूरा मंजर
उर्स के जुलूस में बज रहा था तेज म्यूजिक, सड़क पर उतरे दूसरे पक्ष के लोग, लगाए धार्मिक नारे