मुंबई: शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता संजय राउत ने मंगलवार को कहा कि पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे को अगले महीने राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए अयोध्या जाने के लिए निमंत्रण की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि शिवसेना का उत्तर प्रदेश के इस शहर से पुराना नाता है। राउत ने दावा किया कि जब भारतीय जनता पार्टी ने 1992 में बाबरी मस्जिद गिराने के लिए शिवसेना को जिम्मेदार ठहराया था तो शिवसेना संस्थापक बाल ठाकरे ने इसकी जिम्मेदार ली थी।
'मातोश्री में बैठकें किया करते थे अशोक सिंघल'
अयोध्या में नव निर्मित मंदिर में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा का समारोह अगले साल 22 जनवरी को आयोजित किया जाना है। यह पूछे जाने पर कि क्या ठाकरे को इस समारोह के लिए निमंत्रण दिया गया है, इस पर राउत ने कहा, ‘‘उद्धव ठाकरे को अयोध्या जाने के लिए निमंत्रण देने की कोई आवश्यकता नहीं है। हम आपसे (भाजपा) पहले अयोध्या में हैं।’’ राउत ने कहा कि विश्व हिंदू परिषद के प्रमुख (दिवंगत) अशोक सिंघल मुंबई में ठाकरे के आवास मातोश्री में बैठकें किया करते थे और उस वक्त भाजपा वहां थी ही नहीं।
'हम शो खत्म होने के बाद जाएंगे'
राउत ने कहा, ''हम इस समारोह को राष्ट्रीय त्योहार नहीं बनाना चाहते और न ही इसका राजनीतिकरण करना चाहते हैं। हम वहां रामलला का आशीर्वाद लेने जरूर जाएंगे, लेकिन ये पूरा शो खत्म होने के बाद जाएंगे।"
सोनिया और खरगे को भेजा निमंत्रण
बता दें कि राम मंदिर के भव्य उद्घाटन समारोह के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और सोनिया गांधी को भी निमंत्रण भेज दिया गया है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और एचडी देवगौड़ा को भी निमंत्रण भेजा गया है। लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी को भी निमंत्रण भेजा है। हालांकि, अब तक इस बात की जानकारी सामने नहीं आई है कि वह समारोह में शामिल होंगे या नहीं।
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