कल्याण: दही हांडी उत्सव के बाद शिवसेना के दोनों गुट नवरात्रि उत्सव के लिए एक बार फिर आमने सामने आ गए हैं। दुर्गाड़ी किले में हर साल की तरह इस साल भी नवरात्रि उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। लेकिन इस साल शिंदे और ठाकरे गुट अलग-अलग नवरात्रि उत्सव मनाने को लेकर परमिशन मांग कर रहे हैं। दोनों गुटों के नगर प्रमुखों ने पुलिस सहित कलेक्टर से त्योहार मनाने की अनुमति मांगी है। पुलिस ने दोनों के बयान दर्ज कर लिए है। अब देखना ये होगा कि इजाजत किसको मिलती है।
कई बार आमने-सामने आए दोनों गुट
इससे पहले भी राज्य भर में कई ऐसी घटनाएं हुईं, जहां शिवसेना के दोनों गुट एक-दूसरे के सामने थे। दोनों गुट दही हांडी उत्सव पर भी अड़े रहे। पुलिस ने शिंदे समूह को छत्रपति शिवाजी महाराज चौक पर दही हांडी मनाने की इजाजत दे दी तो ठाकरे समूह ने उन्हें हाई कोर्ट में चुनौती दी। आखिरकार हाई कोर्ट ने शिंदे ग्रुप को इजाजत दी। इसके बाद एक और जगह पर ठाकरे ग्रुप ने दही हांडी उत्सव मनाया।
शिंदे गुट ने किया दुर्गाड़ी किले का निरीक्षण
अब दोनों समूहों ने कल्याण के फोर्ट दुर्गाड़ी में नवरात्रि समारोह की अनुमति मांगी है। कुछ दिन पहले शिवसेना शिंदे गुट के शहर प्रमुख रवि पाटिल ने दुर्गाड़ी किले का निरीक्षण किया था और बताया था कि 15 से 24 अक्टूबर तक नवरात्रि उत्सव मनाया जाएगा। इस बीच, शिवसेना ठाकरे गुट के शहर प्रमुख सचिन बसरे ने भी कलेक्टर सहित बाजार थाने से अनुमति मांगी है। दोनों नगर प्रमुखों से संपर्क करने पर उन्होंने कहा कि उन्होंने अनुमति मांगी है और पुलिस ने दोनों से पूछताछ की है। इस संबंध में ठाकरे समूह के शहर प्रमुख सचिन बसरे ने कहा कि अगर हमें अनुमति नहीं मिली तो हम कानूनी न्याय की गुहार लगाएंगे। लेकिन एक बार फिर त्योहार के मौके पर दोनों गुट एक-दूसरे के आमने-सामने आ गए हैं, अब देखना यह है कि किसे अनुमति मिलती है।
(रिपोर्ट- सुनील शर्मा)
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