शरद पवार के राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष पद से इस्तीफे के एलान के बाद से ही पार्टी के कार्यकर्ता उनसे ये फैसला वापस लेने की लगातार मांग कर रहे हैं। इस बीच, शरद पवार आज गुरुवार को आंदोलन और नारेबाजी कर रहे कार्यकर्ताओं से बातचीत की और अपना फैसला बदलने के संकेत दिए। शरद पवार ने कहा कि मैं आप सभी की इच्छा को नजरअंदाज नहीं करूंगा और उसी के मुतबिक फैसला लूंगा। मैं अगले एक या दो दिन में फैसला लूंगा और मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि आप लोगों को मेरे फैसले के बाद आंदोलन नहीं करना पड़ेगा। मुझे इस्तीफा का फैसला लेने से पहले सभी सहकारियों से बात करनी चाहिए थी, पर मुझे पता था कि आप मुझे ये फैसला लेने नहीं देंगे।
"कमेटी जो भी निर्णय लेगी मुझे मान्य होगा"
पवार ने कहा, "कार्यकर्ताओं की भावना का पूरा सम्मान करता हूं। अभी मेरी उम्र हो गई है। पार्टी के भविष्य के लिए मैंने यह फैसला लिया है। कार्यकर्ताओं की तीव्र भावना का मैं आदर करता हूं। अंतिम निर्णय जो भी लिया जाएगा, उसमें इस भावना का सम्मान किया जाएगा। कमेटी जो भी निर्णय लेगी, वह मुझे भी मान्य होगा। कल शाम 5 बजे तक बैठक होगी और आपके मन मुताबिक फैसला लिया जाएगा।"
अध्यक्ष के चुनाव के लिए कमेटी का गठन
गौरतलब है कि शरद पवार ने मंगलवार यानी 2 मई को एनसीपी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने का एलान किया था। उनके इस चौंकाने वाले फैसले के बाद से ही पार्टी के नेता और कार्यकर्ता उनसे फैसला वापस लेने की मांग करने लगे। दूसरी तरफ इस इस्तीफे के बाद से अटकलों का बाजार भी गर्म हो गया कि शरद पवार के बाद उनका उत्ताराधिकारी कौन होगा। अटकलें जोर पकड़ने लगीं कि शरद पवार बेटी सुप्रिया सुले को इस कुर्सी पर देखना चाहेंगे या भतीजे अजित पवार को। इस बीच, मंगलवार देर शाम खबर आई कि एनसीपी के एक्टिंग प्रेसिडेंट के तौर पर सुप्रिय सुले या प्रफुल्ल पटेल के नाम पर चर्चा है। शरद पवार ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा के बाद नए अध्यक्ष के चुनाव के लिए 16 सदस्यों की कमेटी का गठन किया गया।