एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने सोमवार को मुंबई में अपने एक बयान में कहा कि कर्नाटक में हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजों से राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो यात्रा' का असर साबित हो गया है। उन्होंने अपनी आशंकाओं को भी दोहराया कि कर्नाटक के चुनावी नतीजे की वजह से आम चुनाव स्थगित होने की संभावना है, लेकिन इसके बारे में विस्तार से नहीं बताया। पवार ने कहा कि देश में बीजेपी का मुकाबला करने के लिए प्रभावी वैकल्पिक नेतृत्व तैयार करना समय की मांग है।
"विपक्षी दलों को एक साथ लाने की कोशिश"
पवार ने कहा, "मैं चुनाव नहीं लड़ने जा रहा हूं, इसलिए मैं जनता के सामने बीजेपी को एक व्यवहार्य विकल्प प्रदान करने के लिए सभी विपक्षी दलों को एक साथ लाने की कोशिश कर रहा हूं।" ED द्वारा सोमवार को प्रदेश राकांपा अध्यक्ष जयंत पाटिल से पूछताछ का जिक्र करते हुए पवार ने केंद्रीय जांच एजेंसियों के घोर दुरुपयोग द्वारा विपक्षी राजनीतिक नेताओं को परेशान करने के लिए सरकार की आलोचना की। पवार ने कहा, "एनसीपी के 10 नेता वर्तमान में ईडी और अन्य एजेंसियों की कार्रवाई का सामना कर रहे हैं। दूसरी ओर, मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह के खिलाफ बहुत सारी शिकायतें थीं, उस पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए।
"बीजेपी को एनसीपी से कुछ उम्मीदें हों, लेकिन..."
अपने वरिष्ठ पार्टी सहयोगी और राज्य के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि सिंह की कथित भ्रष्टाचार की शिकायतों में कुछ नहीं निकला, लेकिन उन्हें अनावश्यक रूप से 13 महीने जेल में बिताने पड़े। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि बीजेपी को एनसीपी से कुछ उम्मीदें हों, लेकिन हम उन्हें संतुष्ट नहीं करने जा रहे हैं। वहीं, पवार ने महाविकास अघाड़ी (MVA) में सीट-बंटवारे के मुद्दे पर अटकलों को खारिज करते हुए स्पष्ट किया कि अब तक तीनों पक्षों द्वारा सीट-बंटवारे के मामले पर चर्चा नहीं की गई है। उन्होंने कहा, हम सभी एकजुट होकर काम कर रहे हैं। एमवीए सहयोगी जल्द ही एक साथ बैठेंगे और आगामी बीएमसी चुनावों के लिए सीटों के बंटवारे पर चर्चा करेंगे।