मुंबई: महाराष्ट्र की राजनीति में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष शरद पवार की एक टिप्पणी से बवाल मचा हुआ है। पवार ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बारे में एक टिप्पणी करते हुए कह था कि उनमें ‘निरंतरता की कमी’ है। कांग्रेस ने इस पर पलटवरा करते हुए कहा था कि शिवसेना नीत महा विकास आघाड़ी (MVA) के घटक दल यदि राज्य में स्थिर सरकार चाहते हैं तो उन्हें कांग्रेस नेतृत्व पर टिप्पणी करना बंद कर देना चाहिए। यह बयान प्रदेश कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष और राज्य की महिला और बाल विकास मंत्री यशोमती ठाकुर की तरफ से आया था। कांग्रेस की कड़ी प्रतिक्रिया के बाद अब NCP ने पवार के बयान पर सफाई दी है।
‘यह सिर्फ एक पितृवत सलाह थी’
शरद पवार की टिप्पणी पर एनसीपी ने सफाई देते हुए कहा है कि यह सिर्फ एक ‘पितृवत सलाह’ (Fatherly Advice) थी। इससे पहले कांग्रेस नेता ठाकुर ने ट्वीट किया था, ‘सभी को गठबंधन के मूलभूत नियमों का पालन करना चाहिए। एमपीसीसी की कार्यकारी अध्यक्ष होने के नाते मैं एमवीए के सहयोगियों से अपील करुंगी कि यदि आप महाराष्ट्र में स्थिर सरकार चाहते हैं तो कांग्रेस नेतृत्व पर टिप्पणी करना बंद कीजिए। हमारा नेतृत्व बहुत मजबूत और स्थिर है। एमवीए का गठन लोकतांत्रिक मूल्यों में हमारे पुरजोर विश्वास का परिणाम है।’
‘राहुल में निरंतरता की कमी नजर आती है’
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पवार ने एक मराठी अखबार को दिए इंटरव्यू में कहा था कि राहुल गांधी में निरंतरता की कमी नजर आती है। उन्होंने कहा था, ‘यहां कुछ सवाल हैं। निरंतरता कम नजर आती है।’ बता दें कि उद्धव ठाकरे नीत एमवीए सरकार में शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस साझेदार हैं। उन्होंने पिछले साल विधानसभा चुनाव के बाद हाथ मिला लिया था। पिछले साल हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी ने सबसे ज्यादा 105 सीटें जीती थीं। इसके बाद शिवसेना ने 56 सीटें हासिल की थीं। एनसीपी ने 54 और कांग्रेस ने 44 सीटें जीती थीं।