एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार अमरावती में गुरुवार को प्रहार जनशक्ति पार्टी (पीजेपी) के प्रमुख ओमप्रकाश बालासाहेब कडू उर्फ बच्चू कडू के आवास पर 'चाय पर चर्चा' के लिए पहुंचे। दोनों नेताओं के बीच बंद कमरे में बातचीत हुई। करीब 20 मिनट तक चर्चा चलती रही। इसके बाद इन अटकलों को जरूर हवा मिल गई है कि बच्चू कडू शिंदे-फडणवीस-अजित पवार से नाखुश हैं और अलग राह की तलाश में हैं।
पवार-कडू के बीच 20 मिनट तक हुई चर्चा
अचलपुर से चार बार के निर्दलीय विधायक कडू पूर्ववर्ती महा विकास अघाड़ी (MVA) में राज्य मंत्री (एमओएस) थे, लेकिन जून 2022 में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना में शामिल होने के लिए पाला बदल लिया था। वर्तमान में सत्तारूढ़ महायुति शासन का समर्थन करने वाले निर्दलीय उम्मीदवारों के दबाव समूह के वास्तविक नेता हैं। पवार-कडू की जोड़ी ने लगभग 20 मिनट तक बंद कमरे में अकेले बातचीत करती रही, जिसका एजेंडा अभी तक ज्ञात नहीं है, जिससे राजनीतिक अटकलें तेज हो गईं, क्योंकि कडू ने शिवसेना-बीजेपी-एनसीपी के सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन की आलोचना की है।
क्या चुनावों की पृष्ठभूमि में राजनीति पर चर्चा की?
अपनी ओर से कडू ने मीडियाकर्मियों से कहा कि कुछ सामाजिक-राजनीतिक मामलों के अलावा उन्होंने ज्यादातर कृषि मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने पवार को सुझाव दिया कि सभी कृषि गतिविधियों को रोजगार गारंटी योजना के तहत लाया जाना चाहिए। इस सवाल पर कि क्या उन्होंने 2024 के चुनावों की पृष्ठभूमि में राजनीति पर चर्चा की, कडू ने इनकार कर दिया, लेकिन संकेत देते हुए कहा, "भले ही हमने राजनीतिक मामलों के बारे में बात की हो, मैं इसका मीडिया के सामने खुलासा नहीं करूंगा।"
हम सब कुछ सार्वजनिक नहीं कर सकते: कडू
उन्होंने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा, ''हम सब कुछ सार्वजनिक नहीं कर सकते, जब तक सीएम शिंदे वहां हैं, मैं कहीं नहीं जा रहा, अभी कोई बादल नहीं हैं, जब वे आएंगे तो हम देखेंगे कि क्या करना है।'' पवार ने केवल मुस्कुराते हुए कहा कि जब काडू को उनकी दो दिवसीय अमरावती यात्रा के बारे में पता चला, तो उन्होंने उन्हें एक कप चाय पर मिलने के लिए आमंत्रित किया। 83 वर्षीय एनसीपी सुप्रीमो ने कहा, कोई राजनीतिक एजेंडा नहीं है, अगर कोई विधायक मुझे अपने घर चाय पर आमंत्रित करता है, तो किसी भी अटकल की जरूरत नहीं है।
- IANS इनपुट के साथ