मुंबई: एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार आज शाम एकनाथ शिंदे से मिलने मुख्यमंत्री आवास वर्षा बंगलो पहुंचे। एकनाथ शिंदे उनका स्वागत करने के लिए खुद बाहर आए। इसके बाद दोनों नेता अंदर गए और करीब आधे घंटे तक दोनों के बीच मीटिंग चली। एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार शरद पवार ने घर जाकर उनसे मुलाकात की। गौर करनेवाली बात ये हैं कि जब शरद पवार और एकनाथ शिंदे के बीच ये मीटिंग हुई, उस वक्त उद्धव ठाकरे विदेश में हैं। शरद पवार की एकनाथ शिंदे से मुलाकात के बाद उद्योगपति गौतम अडानी शरद पवार से मिलने उनके घर सिल्वर ओक पहुंचे थे।
मराठा मंदिर संगठन के स्थापना दिवस समारोह के लिए आमंत्रण
बताया जाता है कि शरद पवार ने बृहस्पतिवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात कर उन्हें मराठा मंदिर संगठन के 75वें स्थापना दिवस समारोह के लिए आमंत्रित किया। पवार मुंबई स्थित मराठा मंदिर संस्था के अध्यक्ष हैं। पवार ने कहा कि उन्होंने कलाकारों और मराठी फिल्म उद्योग तथा रंगमंच से जुड़े लोगों के सामने आने वाली समस्याओं के समाधान के लिए एक बैठक आयोजित करने के लिए मुख्यमंत्री के साथ चर्चा की।
बता दें कि एक तरफ शरद पवार जहां एकनाथ शिंदे से मिले वहीं दूसरी तरफ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विपक्षी महागठबंधन को मजबूती देने के लिए 12 जून को पटना में एक बैठक का आयोजन किया है। इस बैठक में अलग-अलग दलों के नेता शामिल होंगे। नीतीश कुमार विपक्ष को एक मंच पर लाने की तैयारी कर रहे हैं। लेकिन विपक्ष में अब भी कुछ रार है जिसका असर इस महागठबंधन पर देखने को मिल रहा है। नीतीश कुमार ने बीते दिनों दिल्ली में कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी से मुलाकात की थी। इसके बाद उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से मुलाकात की थी।
नीतीश की बैठक में शामिल होंगे शरद पवार
नीतीश कुमार ने इस बैठक को लेकर कहा था कि सभी विपक्षी दलों का एक साथ आना जरूरी है। इस कारण जल्द ही मीटिंग होगी। उद्धव ठाकरे गुट के नेता संजय राउत ने बताया कि नीतीश कुमार ने मीटिंग बुलाई है। इस बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और एनसीपी चीफ शरद पवार शामिल होने वाले हैं। साथ ही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी इस बैठक में शामिल हो सकती है। राहुल गांधी इन दिनों अमेरिका के दौरे पर हैं। यहां दिए अपने स्पीच में उन्होंने विपक्षी एकता पर जोर देते हुए कहा था कि यदि विपक्ष एकजुट हो जाए तो केंद्र की भाजपा सरकार को हराया जा सकता है।