महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव के ऐलान से पहले जमकर जुबानी जंग हो रही है। नेता एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप कर रहे हैं। इस बीच एनसीपी शरद पवार गुट के नेता ने अजित पवार पर निशाना साधा है और उन्हें जेबकतरा करार दिया है। पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह छिनने पर उन्होंने कहा कि अजित पवार एक पॉकेटमार हैं और उन्होंने चलती ट्रेन में धक्का मारकर घड़ी चुराई है। जितेंद्र अव्हाण उस घटना का जिक्र कर रहे थे, जब एनसीपी और कांग्रेस के साथ गठबंधन में शिवसेना की सरकार थी। ऐसे समय में शिवसेना के एकनाश शिंदे और एनसीपी के अजित पवार ने अपनी पार्टी के विधायक लेकर बीजेपी के साथ मिलकर नई सरकार का गठन कर दिया।
इस घटना के बाद शिवसेना और एनसीपी दो हिस्सों में बंट गईं। शिवसेना के ज्यादा विधायक शिंदे के साथ थे। ऐसे में पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह उनके पास गया। वहीं, एनसीपी के विधायक अजित पवार के पास थे। पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह (घड़ी) उनके गुट के पास चला गया। इसी वजह से जितेंद्र अव्हाण ने घड़ी छीनने का आरोप लगाया है। अब उद्धव गुट की शिवसेना का नाम शिवसेना उद्धव बाला साहेब ठाकरे है। वहीं, शरद पवार के एनसीपी गुट का नाम एनसीपी शरद पवार है।
जितेंद्र अव्हाण का बयान
मुम्ब्रा के आफरीन हॉल में शरद पवार गुट के कार्यकर्ता मिलाप कार्यक्रम के दौरान जितेंद्र अव्हाण ने कहा कि जिसे पांच बार मुख्यमंत्री बनाया, उसी घर के सदस्य अजित पवार ने गद्दारी की। उन्होंने कहा कि शरद पवार 85 साल के बुजुर्ग हैं और कैंसर जैसी बड़ी बीमारी से जूझ रहे हैं। उन्होंने अपने घर को खून पसीना एक कर जोड़कर रखा था और जिसे पांच मर्तबा महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री पद पर विराजमान किया था, उसी अजित पवार ग्रुप के लोगों ने शरद पवार को धक्के मार के घर से बाहर निकाल दिया। पैर की हड्डी तक टूट चुकी है, लेकिन 40 साल का व्यक्ति जो काम करता है वह काम शरद पवार आज कर रहे हैं।
अजित पवार पॉकेटमारों के सरदार
इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र के पूर्व कैबिनेट मंत्री जितेंद्र आव्हाड ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार पर हल्ला बोल करते हुए कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख कौन हैं तो सभी कार्यकर्ताओं ने कहा कि शरद पवार। अव्हाण ने कहा की लोकल ट्रेन में जो पॉकेट मार रहते हैं, वैसे ही शरद पवार के हाथ की घड़ी चलती ट्रेन से पॉकेटमारों ने छीन ली और उन पॉकेटमारों का सरदार है अजित पवार। अभी उन्हीं पॉकेटमारों के कुछ लोग भारतीय जनता पार्टी के साथ मिलकर मुंब्रा में आए हुए हैं।
चुनाव आयोग पर भी लगाए आरोप
जितेंद्र आव्हाड कहा कि चुनाव आयोग भी अजित पवार के साथ मैनेज हो चुका है। वह पार्टी चुराकर भारतीय जनता पार्टी के साथ शामिल हुए हैं इसलिए उन पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। वरना देश के कहीं भी कानून में ऐसा नहीं है कि जो पार्टी के असली मालिक हैं उनसे पार्टी का चिन्ह चुराकर दूसरे किसी को भी दे दिया जाए।
(मुंब्रा से रिजवान शेख की रिपोर्ट)