मुंबई: महाराष्ट्र में आया सियासी तूफान अब कुछ शांत होता हुआ दिख रहा है। अजित पवार की बगावत के बाद अब राजनीति के तलब का पानी कुछ ठहर सा गया है। एनसीपी में टूट के पूरे प्रकरण के दौरान शरद पवार ने चुप्पी साध रखी थी, लेकिन अब उन्होंने चुप्पी तोड़ी है। एनसीपी चीफ शरद पवार ने राज्य के मौजूदा राजनीतिक हालात पर बोलते हुए कहा कि अगर एक बार फिर से एनसीपी, शिवसेना और कांग्रेस एकजुट होने का फैसला कर लें, तो बदलाव निश्चित है।
'एक साथ मिलकर लाया जा सकता बदलाव'
वी के राजवाड़े रिसर्च फाउंडेशन द्वारा प्रकाशित एक पुस्तक के लॉन्च पर बोलते हुए शरद पवार पवार ने कहा, "मैं यहां हूं, कांग्रेस विधायक दल के नेता बालासाहेब थोराट और यूबीटी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे भी यहां हैं। अगर हम हाथ मिलाते हैं, तो परिवर्तन तय है। इसका विशेष रूप से उल्लेख करने की कोई आवश्यकता नहीं है।" उन्होंने कहा कि हम एक साथ मिलकर प्रदेश में एक बार फिर से बदलाव ला सकते हैं।
अजित की बगावत के बाद तीनों नेताओं ने पहली बार साझा किया मंच
बता दें कि अजित पवार द्वारा दो जुलाई को की गई बगावत के बाद महाविकास अघाड़ी के तीनों नेताओं ने पहली बार एक साथ किसी कार्यक्रम में भाग लिया। शरद पवार के इस बयान के बाद तय हो गया है कि लोकसभा और विधानसभा चुनाव के दौरान तीनों पार्टियां एक साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगी। अगर ऐसा होता है तो बीजेपी के गठबंधन NDA के लिए यह लड़ाई बेहद ही मुश्किल होने वाली है।