पुणे में एक स्कूल के इमारत के उद्घाटन समारोह में भाग लेने के लिए शरद पवार और अजित पवार पहुंचे। इस दौरान उनके बीच की दूरियां साफ दिखाई पड़ रही थी। इस बाबत सुप्रिया सुले ने बयान जारी करते हुए कहा कि हमारी राजनीतिक भूमिका अलग है। लेकिन पारिवारिक नातों में हमने कभी भी कटुता नहीं आने दी है। इसे वैचारिक परिपक्वता कहते हैं। बता दें कि स्कूल का संचालन विद्या प्रतिष्ठान द्वारा किया जाएगा जो कि एक शिक्षा संस्था है। महाराष्ट्र भर में इसके कई स्कूल हैं। शरद पवार ने सन 1972 में विद्या प्रतिष्ठान की स्थापना की थी, ताकि आम छात्रों को अच्छी शिक्षा मिल सके।
साथ-साथ दिखे शरद पवार और अजित पवार
इस कार्यक्रम में पूरा पवार परिवार एक साथ आया था। इस दौरान अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार भी मौके पर मौजूद थीं। महत्वपूर्ण बात यह है कि सुप्रिया सुले के विरुद्ध बारामती सीट से सुनेत्रा पवार के लोकसभा चुनाव लड़ने की चर्चा है। यहां अजित पवार ने अपने भाषण में कहा कि स्कूल के छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले इस दिशा में शिक्षक प्रयास करें। इस स्कूल का छात्र दुनिया में कहीं भी जाने पर सफल होना चाहिए। इस दौरान शरद पवार ने अपने भाषण में विद्या प्रतिष्ठान के कामकाज और शिक्षा के स्तर का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि परिवार का मुखिया मैं हूं और कई जरूरी मामलों में मुझसे सलाह ली जाती है।
क्या त्योहार पर साथ-साथ रहेंगे अजित पवार और शरद पवार
राजनीति मोर्चे पर भले ही शरद पवार और अजित पवार एक दूसरे के खिलाफ खड़े हों लेकिन परिवारिक कार्यक्रमों में सभी एक साथ नजर आते हैं। बता दें कि दिवाली जैसे बड़े त्योहार के दौरान पूरा पवार परिवार एक साथ होता है। वहीं लोगों की शुभकामनाओं को भी स्वीकारा जाता है। ऐसे में देखना यह है कि क्या इस भी दिवाली में शरद पवार और अजित पवार एक साथ मंच पर उपस्थित रहेंगे। भाईदूज के दिन सुप्रिया सुले अपने सभी भाईयों की पारंपरिक तरीके से आरती उतारती हैं। ऐसे में सवाल है कि क्या इस बार उस पंक्ति में अजित पवार होंगे या नहीं।