मुंबई: महाराष्ट्र में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ने के बीच स्कूल शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने कहा है कि राज्य में दीवाली से पहले स्कूल नहीं खोले जाएंगे। महाराष्ट्र में अब तक संक्रमण के 15,17,434 मामले सामने आए हैं। वहीं, संक्रमण से 40,040 लोगों की मौत हो चुकी है। केन्द्र सरकार ने कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए 16 मार्च से सभी शिक्षण संस्थान बंद करने के आदेश दिए थे।
हालांकि, केंद्र सरकार ने अब 15 अक्टूबर से चरणबद्ध तरीके से स्कूलों को खोलने की अनुमति दी है। इस संबंध में गायकवाड़ ने कहा कि स्कूल ऑनलाइन कक्षाएं चला रहे हैं और कुछ इलाकों में शिक्षक छात्रों के लिए विशेष कक्षाएं चला रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हम विभिन्न विकल्प तलाश रहे हैं, यह स्पष्ट है कि स्कूल दीवाली से पहले नहीं खुलेंगे।’’
राज्य शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि वर्तमान परिस्थितियों में स्कूलों को खोलने का प्रश्न ही नहीं उठता क्योंकि महामारी के समाप्त होने के आसार नहीं दिख रहे। राज्य के उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उदय सामंत ने कहा कि संक्रमण पर काबू पाए जाने तक विभाग कॉलेज खोलने के पक्ष में नहीं है।
वहीं, पड़ोसी राज्य गुजरात में भी वहां की सरकार दीपावली के बाद ही स्कूल पुन: खोलने पर विचार कर रही है। गुजरात शिक्षा विभाग के सचिव विनोद राव ने कहा कि स्कूल खोलने की तत्काल कोई योजना नहीं है। राव ने शनिवार को कहा, ‘‘हम तत्काल ऐसा नहीं करेंगे। हम कोरोना वायरस संक्रमण संबंधी स्थिति के आकलन के बाद दीपावली (की छुट्टियों) के बाद ही स्कूल फिर से खोलने पर विचार करेंगे।’’
राव ने कहा कि शिक्षा विभाग इस मामले को लेकर अभिभावकों के प्रतिनिधियों और स्कूल संघों के संपर्क में है। दीपावली इस साल 14 नवंबर को मनाई जाएगी। राज्य सरकार ने पूर्व में 21 सितंबर से स्कूल पुन: नहीं खोलने का फैसला किया था। केंद्र की मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के तहत छात्रों को अभिभावकों की अनुमति से शिक्षकों का मार्गदर्शन प्राप्त करने के लिए स्कूल जाने की अनुमति दी गई थी।
नई एसओपी के अनुसार केंद्र ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को 15 अक्टूबर से चरणबद्ध तरीके से स्कूल पुन: खोलने का फैसला करने की अनुमति दी है। लेकिन, फिलहाल कोरोना वायरस के बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए कई राज्य सरकारें स्कूल खोलने से अभी परहेज कर रही हैं।