मुंबई: महाराष्ट्र की सियासत में हलचलों का दौर एक बार फिर शुरू हो गया है। पुणे में हुए एक सरकारी कार्यक्रम में जब सूबे के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शिरकत नहीं की, तब कयास लगाए जाने लगे कि वह शायद ऑनलाइन इस कार्यक्रम में हिस्सा लें, लेकिन ऐसा भी नहीं हुआ। इतने अहम कार्यक्रम में सीएम की गैर-मौजूदगी के बाद फिर एक बार अटकलें तेज हो गईं कि एकनाथ शिंदे नाराज हैं क्योंकि अजित पवार कथित तौर पर उनके विभागों के कामकाज में हस्तक्षेप कर रहें है। इन अटकलों को इसलिए भी बल इसलिए भी मिला क्योंकि नेता विपक्ष विजय वड्डेटीवार पहले ही दावा कर चुके थे कि सीएम शिंदे और उपमुख्यमंत्री अजित पवार में शीत युद्ध चल रहा है।
अजीत पवार ने अटकलों को किया दरकिनार
वहीं, अजीत पवार ने कोल्ड वार की खबरों को दरकिनार करते हुए खुलासा किया था कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की तबीयत ठीक नहीं है, इसीलिए उन्हें आराम करने की सलाह मंत्रिमंडल के सहयोगियों ने दी है। अजित पवार ने आगे कहा, ‘पता नहीं नेता विपक्ष को कहां कोल्ड दिखा, कहां वॉर दिखा। एक नेता (नाना पटोले) को लग रहा है कि दोनो उपुमख्यमंत्रियों की नजर सीएम पद की कुर्सी पर है। हम लोग क्या बिना अक्ल के हैं। कुर्सी अगर एक है तो दोनों वहां कैसे नजर गड़ा सकते हैं और वह कुर्सी फिलहाल खाली नहीं है न, व्यक्ति बैठा है उसपर। मुझे यह सब कहना नहीं था लेकिन अगर आप जवाब नहीं देते है तो लोगों को सिर्फ एक साइड दिखती है, दूसरी नहीं।’
एकनाथ शिंदे को जबरन अस्पताल में भर्ती करेंगे
इन सबके बीच शिंदे गुट के मुख्य प्रवक्ता संजय सिरसाट ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। विधायक संजय सिरसाट ने कहा, ‘मुख्यमंत्री शिंदे की तबीयत इतनी खराब है जिसकी कल्पना कोई भी नहीं कर सकता है। शिंदे लगातार 24 घंटे काम करने वाले मुख्यमंत्री हैं। वह एक दिन के लिए अपने गांव सातारा गए थे ताकि थोड़ा आराम कर सकें, लेकिन 15 अगस्त के बाद हम जबरन उनको अस्पताल में भर्ती कराएंगे। उनकी तबीयत कितनी खराब है इसकी जानकारी आप लोगों को नहीं हैं, लेकिन हम साथ में रहते हैं, हमें पता है।’ सीएम की बीमारी पर टिप्पणी करने वालों पर निशाना साधते हुए सिरसाट ने कहा कि मुख्यमंत्री अपने गांव गए हैं, न कि लंदन।
आखिर सीएम एकनाथ शिंदे को हुआ क्या है?
शिंदे गुट के नेताओं का कहना है कि मुख्यमंत्री बनने के बाद से ही वह लगातार काम करते हैं, और रोजाना 16-18 घंटे काम करने की वजह से थकावट की समस्या हुई है। मॉनसून सत्र के आखिरी सप्ताह के दौरान भी सीएम की तबीयत ठीक नहीं थी फिर भी वह लगातार काम कर रहे थे। कुछ दिन पहले मुंबई में मनोरा विधायक निवास के भूमि पूजन का कार्यक्रम था लेकिन स्वास्थ्य ठीक नहीं होने की वजह से मुख्यमंत्री इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए। काफी ज्यादा थकावट की वजह से सलाह दी गई कि मुख्यमंत्री कुछ दिन आराम करें। महाराष्ट्र के सातारा जिले के दरे गांव में मुख्यमंत्री शिंदे का घर है, और वह वहां परिवार के साथ आराम कर रहे हैं।