मुंबई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मुंबई दौरे पर हैं। इसे लेकर शिवसेना (यूटी) के सांसद संजय राउत ने पीएम पर हमला बोला है। संजय ने इंडिया टीवी से बात करते हुए कहा कि यह अच्छी बात है कि प्रधानमंत्री मुम्बई आ रहे हैं, लेकिन वो किसी भी जगह तब जाते है, जहां चुनाव होता है या होने वाला होता है। जनता से जुड़े कोई भी प्रोजेक्ट का उद्घाटन सिर्फ इसलिए नहीं होता क्योंकि पीएम को फुरसत नहीं। यही बात हमारे नेता आदित्य ठाकरे उठा रहे थे। अच्छा है कि अब मोदी को समय मिला हैं। इसी बहाने लोगों को सहूलियत मिलेगी।
"उद्धव ठाकरे को ही मोदी "फॉलो" कर रहे"
शिवसेना सांसद ने आगे कहा पर पीएम मोदी के नासिक दौरे में कालाराम मंदिर के दर्शन का कार्यक्रम नहीं था, लेकिन जब उद्धव ठाकरे के 22 जनवरी को कालाराम मंदिर जाने का ऐलान हुआ तब बीजेपी वालों को कालाराम मंदिर याद आया और फिर मोदी का मंदिर दर्शन तय हुआ यानी उद्धव ठाकरे को ही मोदी "फॉलो" कर रहे यानी जहां-जहां उद्धव ठाकरे जाएंगे, मोदी वहां पहुचेंगे।
"क्या मोदी मणिपुर भी आएंगे?"
संजय ने कहा कि ऐसे में अब हम मणिपुर के एक राम मंदिर का जीर्णोद्धार करेंगे और फिर हम शिवसैनिक उद्धव ठाकरे के साथ वहां दर्शन करने जाएंगे तो क्या मोदी मणिपुर भी आएंगे? जहां सैकड़ों लोगों की मौत अब तक हिंसा में हो चुकी है। अगर मोदी मणिपुर इसके चलते जाते हैं तो यह अच्छी बात होगी।
"पांचवें शंकराचार्य हमारे मोदी है"
संजय ने शंकराचार्य विवाद पर भी अपनी बात रखी। राउत ने कहा कि हिन्दू धर्म में शंकराचार्य हमारे शास्त्र आचार्य हैं। हम शंकराचार्य को हमेशा फॉलो करते हैं। धर्म के बारे में उनकी बात हम मानते हैं। इस देश के चार शंकराचार्य ने अयोध्या जाने से इनकार किया है क्योंकि जो अयोध्या का राम मंदिर है वह आधा अधूरा है और उनका लोकार्पण शास्त्र के आधार पर नहीं है। फिर भी प्रधानमंत्री के कर कमल से यह प्राण-प्रतिष्ठा हो रहा है। मुझे लगता है पांचवें शंकराचार्य हमारे मोदी है और चार शंकराचार्य के वह प्रमुख है। यह भारतीय जनता पार्टी का संस्कार है। हमारा संस्कार शास्त्र के आधार पर है।
"जनता और नेता के बीच दरार पैदा करना चाहते"
मणिपुर में राहुल गांधी न्याय यात्रा को लेकर संजय ने कहा बीजेपी क्या कहती है और क्या बोलती है। उसके ऊपर देश नहीं चलता। 2024 तक दो-चार महीने तक वह चलाएंगे। मणिपुर में जाने से अगर राहुल गांधी को रोकते हैं, इसका मतलब साफ है, आप वहां की जनता और नेता के बीच एक दरार पैदा करना चाहते हैं। मोदी अब तक वहां नहीं गए हैं। आपके मन में एक वेदना है कि प्रधानमंत्री नहीं जा सकते और राहुल गांधी जा सकते हैं।
फडणवीस के "चेले चपाटे" वाले बयान संजय ने रखी अपनी बात
फडणवीस के "चेले चपाटे" वाले बयान पर संजय ने कहा कि जो देवेंद्र फडणवीस है वह वकील है, आप जाइए बाबरी मस्जिद केस पर लिबरन स्पेशल कोर्ट था, सीबीआई कोर्ट था, अयोध्या के बारे में जो हुआ था, वहां जो चार्जशीट है, उस चार्जशीट उसमें बालासाहेब के अलावा सैकड़ों शिवसैनिकों का नाम है, लेकिन उसमें आपका (देवेंद्र फडणवीस) नाम नहीं था। इसलिए बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में वो हमें न ज्ञान दे और न ही सबूत मांगे। बता दें कि देवेंद्र ने उद्धव गुट के नेताओं को "चेले चपाटे" की संज्ञा दी थी।
"संविधान से कोई मतलब नहीं"
विधायकों के डिस्क्वालिफिकेशन के मुद्दे पर कहा कि पूरे प्रक्रिया कागजात और पूरे डॉक्यूमेंट सब कुछ दिया गया है और उसकी रिसिप्ट हमारे पास है, जो राष्ट्रीय कार्यकारिणी 2013 और 2018 में हुई थी उसे राष्ट्रीय कार्यकारिणी का पूरा वीडियो चित्रण, हमने इलेक्शन कमीशन को दिया है और राहुल नार्वेकर जो ट्रिब्यनल थे, उन्हें भी दिया है। इसका मतलब है कि न्याय देने वाली कुर्सी पर ऐसी व्यक्ति बैठा था, जिसका संविधान से कोई मतलब नहीं है।
"फडणवीस सुपर्णखा है, 2024 में कटेगी नाक"
देवेंद्र फडणवीस "धब्बा" है और यह बीजेपी सिर्फ झूठ बोलते है। मैं खुद सीबीआई कोर्ट के सामने 3 बार पेश हुए। बालासाहेब खुद भी लखनऊ के सीबीआई कोर्ट में पेश हुए थे। बाबरी मस्जिद के विध्वंस के बाद ही "शिवसेना का बाघ आया" बालासाहेब को बोला गया था। देवेंद्र फडणवीस "सुपर्णखा" है, 2024 में जनता इनकी नाक काटेगी।
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