मुंबईः हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार पर शिवसेना (उद्धव ठाकरे) गुट के सीनियर नेता संजय राउत ने बड़ा बयान दिया है। हरियाणा चुनाव के नतीजों से बहुत कुछ सीखने की जरुरत है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में कांग्रेस को मिली हार दुर्भाग्यपूर्ण है। हालांकि हरियाणा के चुनाव के नतीजे का महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव पर कोई भी असर नहीं पड़ेगा।
संजय राउत बोले- कांग्रेस सत्ता के लालच में पड़ गई
संजय राउत ने यह भी कहा कि कोई भी किसी से भी अपने आप को बड़ा भाई ना समझे। राउत ने आगे ये भी कहा है कि हरियाणा में इंडिया गठबंधन नहीं बन पाया। अगर इंडिया गठबंधन बनता तो उसका फायदा होता। राउत ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि हरियाणा में कांग्रेस को लगता था कि वह यह चुनाव अकेले जीत सकती है। इसलिए वो अपनी सत्ता में किसी को भागीदारी नहीं देने के लालच में आ गए। जो उनके लिए गलत साबित हुआ। अगर इंडिया गठबंधन बनता तो कुछ अलग तस्वीर हो सकती थी।
कांग्रेस अकेले चुनाव लड़ना चाहे तो स्पष्ट करेः राउत
राउत ने कहा कि अगर कांग्रेस को महाराष्ट्र में अकेले दम पर चुनाव लड़ना है तो वह अपनी भूमिका रख सकते हैं। बता दें कि हरियाणा में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच तालमेल न बन पाने के कारण गठबंधन नहीं हो पाया। लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस का गठबंधन था।
राउत ने बीजेपी की तारीफ की
संजय राउत ने आगे कहा कि वो मानते हैं कि बीजेपी ने हरियाणा में जो चुनाव लड़ा है वह बहुत ही बेहतरीन तरीके से लड़ा है और हारी हुई बाजी को कैसे जीतना है यह बीजेपी ने इस चुनाव में हरियाणा में खास करके दिखाया है। शिवसेना नेता ने यह भी कहा कि हरियाणा के साथ जम्मू कश्मीर में भी चुनाव हुए दोनों जगह पर 90 - 90 सीटें हैं। दोनों राज्यों का अपना-अपना महत्व है। एक राज्य में बीजेपी जीती है तो एक राज्य में कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस सरकार बनाएंगे। पीएम मोदी और अमित शाह ने देश भर में अलग-अलग जाकर जो बातें कह रहे थे कि उन्होंने जम्मू कश्मीर से धारा 370 को हटाया अब देखिए धारा 370 हटाने के बाद भी है वहां पर चुनाव हार गए।