मुंबई: शिवसेना नेता संजय राउत ने पूर्व नेवी अधिकारी के साथ शिवसैनिकों द्वारा की गई मारपीट मामले पर पार्टी का पक्ष रखा। राउत ने कहा कि यहां (महाराष्ट्र में) कानून का राज है। कानून हाथ में लेनेवाला कोई भी हो उसे बक्शा नही जाएगा, यही मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की नीति है। उन्होनें कहा कि कल एक पूर्व नौसेना अधिकारी पर हमला हुआ जिन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री से संबंधित एक बदनामी कारक व्यंगचित्र प्रसारित किया। फिर भी उनपर हुआ हमला शिवसैनिकों की फौरी और तीखी प्रतिक्रिया थी। उन्होनें कहा कि फिर भी हमला करनेवालों को गिरफ्तार कर तुरंत कार्रवाई की गई।
संजय राउत ने कहा कि विपक्ष द्वारा इसपर राजनीति करना दुर्भाग्यपूर्ण है। संयम दोनों बाजू से रखना चाहिए। प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, मुख्यमंत्री आदि संविधानिक पदों पर बैठे व्यक्तियों पर अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर टिका टिप्पणी होती है तो लोगों का संयम टूट जाता है। इसलिए सभी को जिम्मेदारी के साथ एक दूसरे का सम्मान रखते हुए पेश आना चाहिए। उन्होनें कहा कि समाज मे अशांति और तनाव निर्माण न हो पाए ये कर्तव्य सत्तापर बैठे लोगों जितना विपक्ष का भी है।
कार्टून को लेकर मारपीट का मामला : राजनाथ ने पूर्व नौसैन्य अधिकारी से बात की
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि उन्होंने उस पूर्व नौसैन्य अधिकारी से बात की है जिनपर मुंबई में ‘‘गुंडो’’ ने हमला किया। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटना बिल्कुल स्वीकार्य नहीं है और निंदनीय है । महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर बने एक कार्टून को सोशल मीडिया पर साझा करने के आरोप में शिवसेना के कथित कार्यकर्ताओं ने मुंबई के कांदिवली इलाके में शुक्रवार को पूर्व नौसैन्य अधिकारी मदन शर्मा से मारपीट की।
रक्षा मंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘सेवानिवृत्त नौसेन्य अधिकारी मदन शर्मा से बात की, जिनपर मुंबई में गुंडों ने हमला किया। उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। पूर्व सैनिकों पर इस तरह के हमले पूरी तरह से अस्वीकार्य और निंदनीय हैं। मैं मदनजी के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। ’’ मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया गया और बाद में उन्हें जमानत दे दी गयी।