मुंबई। पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार पर उद्धव गुट के शिवसेना सांसद संजय राउत का बयान सामने आया है. संजय राउत ने कहा कि मध्य प्रदेश में जो अखिलेश यादव के साथ हुआ उससे सभी आहत हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए था। हमने इंडिया गठबंधन बनाया है। सभी बैठकर टीमवर्क की बात करते हैं, पूरे देश में लड़ने का फैसला लेते हैं लेकिन जब किसी राज्य में चुनाव की बात आती है तब वहां की प्रमुख पार्टी कांग्रेस छोटे दलों को नजरअंदाज करती है। अखिलेश को पहचानते नहीं है यह कमलनाथ का बयान सही नहीं था। संजय राउत ने कहा कि मध्य प्रदेश में सपा भले ही बड़ी ताकत ना लेकिन कुछ जिलों में उनकी ताकत थी। उनके दो विधायक थे और साल 2018 में तीन जगहों पर वह दूसरे नंबर पर थे तो जायज बात है कि सीट बंटवारे के वक्त कांग्रेस को सपा से बात करनी चाहिए थी लेकिन कमलनाथ ने बात नहीं सुनी।
संजय राउत ने यह भी कहा कि अखिलेश को पहचानते नहीं है ये बयान कांग्रेस का अहंकार नहीं था बल्कि एक व्यक्ति का अहंकार था। राहुल, प्रियंका या खड़गे ऐसी बात कभी करते। राज्य स्तर पर जो नेता खुद को सरदार समझते हैं यह उनका अहंकार था।
कांग्रेस बड़ा दिल दिखाए
संजय राउत ने यह भी कहा कि कांग्रेस को छोटे दलों के लिए बड़ा दिल दिखाना चाहिए। इंडिया गठबंधन में कांग्रेस सबसे बड़ी राष्ट्रीय पार्टी है। ऐसे में उनका दिल बड़ा ही होना चाहिए। इतनी बड़ी शक्ति से लड़ना है तो कांग्रेस को बड़ा दिल दिखाना ही होगा। सभी को एकजुट होकर रहना चाहिए। तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजे सभी दलों के लिए सबक है। खास तौर पर कांग्रेस पार्टी के लिए सबक है। संजय राउत ने कहा कि मध्य प्रदेश जो अखिलेश को लेकर कहा गया अगर वही बात बंगाल में, बिहार में, महाराष्ट्र में, तमिलनाडु में हम करते तो कांग्रेस को कैसा लगता। अपने साथियों के साथ इस तरह का बर्ताव नहीं करना चाहिए।
कांग्रेस के कुछ नेताओं में जमींदार वाला एटीट्यूट
संजय राउत ने कहा कि देश में जमींदारी तो नहीं रही लेकिन अभी भी जमींदार हैं। अब नए जिम्मेदार जमींदार पैदा हो गए हैं। कांग्रेस पार्टी के जो जमींदार थे वह बीजेपी में चले गए हैं। बीजेपी में जमींदार है लेकिन अभी कुछ नेता कांग्रेस पार्टी में भी हैं जो अपने आप को जमींदार मानते हैं लेकिन हार जाते हैं।
बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग
संजय राउत ने यह भी कहा कि चुनाव आयोग बैलेट पेपर पर चुनाव कराकर दिखाए। उन्होंनें कहा कि हम ईवीएम की बात नहीं कर रहे हैं। सिर्फ बीजेपी के नेता EVM की बात कर रहे हैं। लेकिन लोगों के मन में शंका है। इसलिए सरकार सिर्फ एक बार बैलेट पेपर पर चुनाव लेने का साहस दिखाए। लोगों के मन की शंका दूर हो यह आपकी जिम्मेदारी है। साहस करिए।
इंडिया गठबंधन की मीटिंग में होगी ये इन मुद्दों पर चर्चा
राउत ने यह भी कहा कि लोकसभा चुनाव दरवाजे पर आकर खड़ा है। 6 दिसंबर को होने वाली इंडिया गठबंधन की बैठक में सीट शेयरिंग, चुनाव में एजेंडा क्या हो इस पर चर्चा होगी। पांच राज्यों के चुनाव में काफी वक्त बर्बाद हो गया है। पूरी कांग्रेस चुनाव में टूट पड़ी थी। हम बार-बार चिल्ला रहे थे कि आइए बैठ कर बात करें। लेकिन कांग्रेस को लग रहा था कि चुनाव में उनका परचम फहराएगा। हमारे पास अब बहुत कम समय बचा है। अगर कुछ करना है तो अभी करना होगा। जिस पार्टी की जितनी ताकत है उसको उतना अधिकार मिलना चाहिए। महाराष्ट्र में सीट शेयरिंग आराम से हो जाएगा।
विवादित बयान न दें नेता
संजय राउत ने यह भी कहा कि हमारे लोगों को हम समझाएंगे कि आप अपना विचार अपने पास रखिए.. शिवसेना ने हिंदुत्व को छोड़ा नहीं है। हम चाहे कांग्रेस के साथ हो या बीजेपी के लेकिन हमने अपने हिंदुत्व में मिलावट होने नहीं दिया। हिंदुत्व के विचार पर ही हम चल रहें हैं। मोदी-शाह की जोड़ी के तोड़ के सवाल पर उन्होंने कहा कि सिकंदर, नेपोलियन सभी हार गए। बड़े-बड़े महाराजा, राजा, योद्धा भी कभी ना कभी हारे जरूर हैं। इसीलिए हम कह रहे हैं कि बैलट पेपर पर आप चुनाव लीजिए।