शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने बीजेपी के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर निशाना साधा। राउत ने फडणवीस को महाराष्ट्र की राजनीति का "खलनायक" बताया और उन पर कई परिवारों को बर्बाद करने के साथ राजनीतिक प्रतिशोध का सहारा लेने का आरोप लगाया। राउत का यह बयान फडणवीस की, उपमुख्यमंत्री पद से इस्तीफे की पेशकश के एक दिन बाद आया है।
लोकसभा चुनावों में राज्य में बीजेपी की लोकसभा सीटों की संख्या 23 से घटकर 9 रह जाने के बाद फडणवीस ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए अपने इस्तीफे की पेशकश की। उन्होंने कहा था कि वह इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले पार्टी के लिए "पूर्णकालिक" रूप से काम करना चाहते हैं। संजय राउत ने यह भी कहा कि अगर अगर नरेंद्र मोदी 'जबरन' तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने का प्रयास करते हैं, तो उनकी सरकार ज्यादा दिन नहीं चलेगी।
"राजनीतिक प्रतिशोध के लिए कई परिवारों को तबाह किया"
उन्होंने दावा किया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) मोदी का विकल्प ढूंढ रहा है। दिल्ली में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए राज्यसभा के सदस्य ने कहा, "अगर महाराष्ट्र की राजनीति में कोई 'खलनायक' है, तो वह देवेंद्र फडणवीस हैं। लोकसभा चुनावों में बीजेपी की हार की वजह देवेंद्र फडणवीस हैं। उन्होंने राजनीतिक प्रतिशोध के लिए कई परिवारों को तबाह किया है।" राउत ने यह भी आरोप लगाया कि 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी को भारी बहुमत मिलने के बाद मोदी और अमित शाह ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर हावी होने की कोशिश की, लेकिन अब RSS इस स्थिति में है कि वह निर्णय ले सकते हैं और मोदी को घर भेज सकते हैं।
अगली सरकार बैसाखी के सहारे बनेगी: संजय राउत
उन्होंने दावा किया, "मोदी को पार्टी के अंदर विरोध का सामना करना पड़ रहा है। मेरी जानकारी के अनुसार संघ का शीर्ष नेतृत्व विकल्प तलाशने में लगा हुआ है।" शिवसेना (यूबीटी) नेता ने कहा कि मोदी प्रधानमंत्री नहीं बन सकते, क्योंकि 2024 के लोकसभा चुनावों में उनकी हार हुई है। उन्होंने कहा, "चुनाव मोदी के नेतृत्व में लड़े गए और बीजेपी बहुमत नहीं मिला। अगली सरकार बैसाखी के सहारे बनेगी।"
राज्य में किस पार्टी ने जीती कितनी सीटें?
कांग्रेस, उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) और शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी (एसपी) के गठबंधन महा विकास आघाड़ी (MVA) ने लोकसभा चुनावों में महाराष्ट्र में 48 में से 30 संसदीय सीटों पर जीत दर्ज की। राज्य की सत्ता में काबिज महायुति में बीजेपी, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी शामिल हैं। महायुति ने लोकसभा चुनावों में 17 सीटें जीतीं, जबकि एक सीट निर्दलीय उम्मीदवार के खाते में गई। कांग्रेस ने 13 सीटों पर जीत हासिल की, शिवसेना (यूबीटी) 9 और एनसीपी (शरदचंद्र पवार) ने 8 सीटें जीती। बीजेपी ने 9 सीटें, शिवसेना ने 7 और एनसीपी ने मात्र 1 सीट जीती। इस प्रकार महायुति की सीटों की संख्या 17 हुई। (भाषा)
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