मुंबई: शिवसेना नाम और पार्टी का चुनाव चिह्न शिंदे गुट को दिए जाने के बाद महाराष्ट्र में राजनीति तेज है। संजय राउत ने बड़ा आरोप लगाया है और कहा कि अमित शाह क्या बोलते है वो महाराष्ट्र ध्यान नही देता,जो सत्य को खरीदने का काम करते है वो झूठ और सच की क्या बात करते हैं। इसका निर्णय लेना का काम जनता के पास है और समय आने पर वो करेगी, फिलहाल अमित शाह पर ज़्यादा कुछ नही बोलूंगा। राउत ने कहा कि पेगासेस मामले में हमने आवाज़ उठाई तो सुप्रीम कोर्ट से क्लीन चिट दिया गया और अब शिवसेना और पार्टी सिंबल को चुनाव आयोग ने शिंदे गुट को सौंप दिया। यह देश देख रहा है कि पीएम मोदी की सरकार द्वारा किस तरह से अपने एक दोस्त का साथ दिया जा रहा है।
संजय राउत ने ट्वीट कर लगाया आरोप
मैंने ट्वीट कर बताया है कि जिस तरह से हमने तीर-बाण चुनाव निशान और नाम छीनने के लिए 2000 करोड़ का लेन-देन हुआ है यह मेरा आरोप है..जो गद्दार गुट के लिए एक विधायक 50-50 करोड़ का भाव लगाते है..ऐसे पार्टी ने चुनाव निशान लेने के लिए..ज़रूर इतनी रकम खर्च की होगी..यह मुझे भरोसा है।
कल सुप्रीम कोर्ट में हम चुनाव आयोग के फैसले के खिलाफ में अपील दाखिल करेंगे।
इससे पहले संजय राउत ने ट्वीट कर कहा-हमारा 'धनुष और बाण' चोरी हो गया है। उच्चाधिकारियों के लोग शामिल हैं। हम सरगना का पता लगाएंगे और उसे जनता के सामने लाएंगे। हमें नई पार्टी का साइन बाद में मिलेगा लेकिन उससे पहले हम इन चोरों का पर्दाफाश करेंगे। बीजेपी शिवसेना पर वोट के लिए उसके नाम का इस्तेमाल करने का आरोप लगा रही है। अब वे वोट के लिए बालासाहेब के नाम का इस्तेमाल करेंगे। इसके लिए उन्होंने हमारा 'धनुष-बाण' चुराया है। शिवसेना कोई साधारण पार्टी नहीं है, हम हमेशा रहेंगे और भविष्य में फिर से सत्ता में आएंगे।