![Sanjay Nirupam countered on Sanjay Raut statement said What is the support base of your party](https://static.indiatv.in/khabar-global/images/new-lazy-big-min.jpg)
महाराष्ट्र में शिवसेना यूबीटी और कांग्रेस के बीच कुछ ठीक नहीं चल रहा है। बीते कल कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने शिवसेना को हिदायत देते हुए कहा कि पार्टी के नेता मीडिया में बयानबाजी से बचें और सीटों के बंटवारे पर मिलकर चर्चा करें। उन्होंने कहा था कि शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में टूट के बाद दोनों दल पहले से कमजोर हो गए और किसी को नहीं पता कि उनके साथ कितने वोटर अब बचे हैं। संजय निरुपम के इस बयान के बाद से अब महाराष्ट्र में राजनीति गरमा गई है। ऐसे में संजय निरुपम ने एक बार फिर कहा कि जिन नेताओं ने महाराष्ट्र का नेतृत्व किया है। सालों तक जो राज्य के मुख्यमंत्री रहे हैं, जो राज्य के केंद्रीय मंत्री रहे हैं, कई बार सांसद रहे हैं, उनको गली मुहल्ले का नेता बताने वाला नेता कौन है।
संजय राउत पर बरसे संजय निरुपम
दरअसल शिवसेना यूबीटी के नेता संजय राउत ने संजय निरुपम और कांग्रेस पर निशाना साधा था। उन्होंने महाराष्ट्र में सीट बंटवारे के मामले पर कहा कि महाराष्ट्र में कांग्रेस को तो जीरो से शुरू करना होगा। इस पर संजय निरुपम ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस 138 साल पुरानी पार्टी है, जो शून्य से शुरू करेगी। पिछले डेढ़ वर्षो में जिस पार्टी में भयंकर बिखराव हुआ, जिस पार्टी को सब छोड़कर चले गए और पता नहीं कितने बचे हैं और कितने दिन तक बचे रहेंगे ? इस पार्टी का जनाधार अभी क्या है? इस पार्टी के पास तो वोट तक नहीं रह गया है। वह कहती है कि कांग्रेस शून्य से शुरू करेगी।
निरुपम बोले- हम छोटे नेता हैं
संजय निरुपम ने कहा कि अभी 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव हुए हैं। कांग्रेस एक राज्य में जीती है। चुनाव में हार जीत लगी रहती है। लेकिन जो वोट का प्रतिशत है वो भाजपा से बहुत कम नहीं है। केवल एमपी में भाजपा के वोट प्रतिशत ज्यादा है। संजय राउत के बयान को लेकर उन्होंने कहा कि यह सब बहुत बचकानी बात है। इन सब बातों पर ज्यादा ध्यान नहीं देना चाहिए। इन सब बातों का ज्यादा जवाब देना मायने नहीं रखता है। मैं कौन हूं, क्या हूं उनसे ज्यादा शिवसेना में मुझे कोई नहीं जानता है। उनकी याद्दाश्त कमजोर हो गई है, इसलिए वो ऐसी बातें कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि हम कौन होते हैं संजय राउत को सुझाव देने वाले। हम तो छोटे-मोटे गली के नेता हैं और वो राष्ट्रीय स्तर के नेता हैं।