मुंबई। महाराष्ट्र पुलिस के विवादित इंस्पेक्टर सचिन को सस्पेंड कर दिया गया है। सचिन वाजे को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने उद्योगपति मुकेश अंबानी के आवास एंटीलिया के बाहर मिले विस्फोटक के मामले में गिरफ्तार किया है। इंडिया टीवी को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक NIA की पूछताछ में सचिन वाजे ने विस्फोटक मामले में अपना रोल माना है। अब महाराष्ट्र पुलिस ने सचिन वाजे को सस्पेंड कर दिया है।
सचिन वाजे को अपने करियर में दूसरी बार सस्पेंट गिया गया है। इसके पहले बम ब्लास्ट केस में पकड़े गए ख्वाजा यूनुस के कथित एनकाउंटर मामले में उन्हें सस्पेंड किया गया था और उन्होंने 17 साल बाद ठाकरे सरकार आने के बाद फिर से वापसी की थी। मुंबई पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह की अगुवाई वाली कमिटी ने वाजे को विभाग में लाने की सिफारिश की थी और उन्हें अपराध जांच दस्ते में पोस्टिंग मिली थी। कोविड के नाम पर पुलिस कर्मियों की जरूरतों का हवाला देकर महकमे में वापसी हुई थी। पहली बार सचिन वाजे को 2004 में सस्पेंड किया गया था।
बीते 17 साल में वजे कारपोरेट से लेकर मीडिया तक और राजनीतिक नेता के तौर पर भी काम कर चुके थे, एक मीडिया संस्थान में क्राइम टीम को भी वाजे ने ही लीड किया था। पिछले साल पुलिस में वापसी से पहले 17 साल के दौरान वाजे ने वकालत की, शिवसेना के साथ जुड़े और 2014 का विधानसभा चुनाव भी लड़ा। पिछले साल जब सचिन वाजे की फिर से पुलिस में वापसी हुई थी तो उस व्यक्ति के परिवार ने उनकी वापसी के खिलाफ कोर्ट में याचिका दायर की थी जिसका कथित तौर पर वाजे ने एनकाउंटर किया था।
एंटीलिया विस्फोटक केस में बहत बड़ा खुलासा हुआ है, अंबानी हाउस के बाहर विस्फोटक वाली स्कॉर्पियो के पीछे दिखा इनोवा कार का राज खुल गया है, यह वही इनोवा कार है जिसका इस्तेमाल सचिन वाजे करता था। सूत्रों के अनुसार NIA को कमिश्नर ऑफिस से बाहर आती इनोवा का CCTV मिला है, यही इनोवा थाने के अंदर गई, जब सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया तो यही इनोवा नम्बर प्लेट बदलकर वापस मुम्बई आती दिखी। सूत्रों के अनुसार NIA ने जब इनोवा का सीसीटीवी फुटेज चेक किया तो वाजे से अपना रोल नकारा, लेकिन बाद में विस्फोटक अम्बानी के घर रखने के मामले में अपना रोल मान लिया। हालांकि सचिन वाजे के वकील उनके ऊपर लगे सभी आरोपों से इनकार कर रहे हैं।