महाराष्ट्र के रत्नागिरी में ग्रीन ऑयल रिफायनरी बनाने का प्रोजेक्ट शुरू होने के पहले ही विवादों में घिर गया है। जिस जगह इस प्रोजेक्ट का निर्माण होना है वहां प्रशासन को स्थानीय लोगों के भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा है। अब इस मुद्दे पर सियासत भी जमकर हो रही है। ठाकरे सेना स्थानीय लोगों का हवाला देकर कह रही है कि बिना गांव वालों की सहमति के यह प्रोजेक्ट बनाना नहीं चाहिए और अगर फिर भी सरकार इस प्रोजेक्ट को बनाने की कोशिश की, तो वह जनता के साथ सड़क पर उतरेंगे। ठाकरे सेना के बढ़ते विरोध के बाद बीजेपी भी आक्रामक हो गई है। ठाकरे सेना पर पलटवार करते हुए राज्य के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने सवाल पूछा है कि आखिर किससे सुपारी लेकर ठाकरे सेना इस प्रोजेक्ट का विरोध कर रही है।
'कोंकण को बर्बाद करना चाहती है बीजेपी'
देवेंद्र फडणवीस के आरोपों का जवाब देने के लिए आज ठाकरे सेना की तरफ से संजय राउत सामने आए। संजय राउत इस मुद्दे पर फडणवीस पर जमकर बरसे। संजय राउत ने इंडिया टीवी के सवाल पर कहा कि सुपारी तो बीजेपी ने ली है, कोंकण की जनता को खत्म करने की। आप ही विश्व के बड़े-बड़े उद्योगपतियों से सुपारी लेकर, कमीशन लेकर ऐसे जहरीले प्रोजेक्ट महाराष्ट्र में लेकर आ रहे हैं। कोंकण को निसर्ग का वरदान मिला है। यहां की नदियों में मछली है, यहां आम है, काजू है। आप सुपारी लेकर सबकुछ खत्म करना चाहते हैं। महाराष्ट्र के बाहर के कई धन्ना सेठों ने इस प्रोजेक्ट के आस-पास की जमीन खरीदी है।
हम उद्योगों के खिलाफ नहीं हैं: संजय राउत
उद्योग मंत्री उदय सामंत ने कहा था कि ठाकरे सेना इस मुद्दे पर डबल स्टैंडर्ड दिखा रही है, क्योंकि जब उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री थे तब उन्होंने ही प्रधानमंत्री को खत लिखकर कहा था कि यह प्रोजेक्ट महाराष्ट्र में होना चाहिए। उद्योग मंत्री के इस आरोप पर जवाब देते हुए संजय राउत ने कहा कि हमने सिर्फ सुझाव दिया था, लेकिन आम लोगों की सहमति के बिना यह प्रोजेक्ट नहीं होना चाहिए। यह प्रोजेक्ट महाराष्ट्र के बाहर नहीं जाना चाहिए। हम उद्योगों के खिलाफ नहीं हैं।
'कई बड़े प्रोजेक्ट महाराष्ट्र से बाहर क्यों, जवाब दें'
राउत ने कहा कि बाल ठाकरे ने जब शिवसेना की स्थापना की थी तब भी उन्होंने कहा था कि उद्योग रहना चाहिए और रोजगार मिलना चाहिए। रोजगार में 80 फीसदी नौकरियां भूमि पुत्रों को मिलनी चाहिए। उद्योग अगर रहेगा तभी मजदूर जिंदा रह पाएगा। उदय सामंत ज्यादा होशियारी ना दिखाएं, सरकारी कागज लहराने के बजाय वह घटनास्थल पर जाएं। कई बड़े प्रोजेक्ट महाराष्ट्र से बाहर क्यों, इसका जवाब दें। राउत ने कहा कि उद्योग मंत्री हवा बहुत तेज चल रही है, टोपी उड़ जाएगी आपकी, ध्यान में रखना।