महाराष्ट्र: कांग्रेस ने महाराष्ट्र से राज्यसभा की एक सीट के उपचुनाव के लिए रजनी पाटिल को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। पार्टी महासचिव मुकुल वासनिक की ओर से सोमवार को जारी एक बयान के मुताबिक, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने रजनी पाटिल की उम्मीदवारी को स्वीकृति प्रदान की। रजनी पाटिल मौजूदा समय में जम्मू-कश्मीर के लिए कांग्रेस की प्रभारी हैं। वह 2013-18 के बीच राज्यसभा की सदस्य रह चुकी हैं। वह 1996 से 1998 के दौरान बीड लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व भी कर चुकी हैं। कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य राजीव सातव का इसी साल कोरोना वायरस के संक्रमण के बाद निधन हो गया था, जिस वजह से महाराष्ट्र से उच्च सदन की सीट के लिए चार अक्टूबर को उप चुनाव हो रहा है।
5 राज्यों की 6 राज्यसभा सीटों के लिए उपचुनाव की घोषणा, 4 अक्तूबर को मतदान
निर्वाचन आयोग ने बीते दिनों पांच राज्यों की छह राज्यसभा सीटों के लिए उपचुनाव की तारीख का ऐलान कर दिया है। इन सभी सीटों पर मतदान 4 अक्तूबर को होगा। आयोग ने पश्चिम बंगाल, असम, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश की एक-एक और तमिलनाडु की दो राज्यसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए अधिसूचना जारी कर दी। इनमें से पांच सीटें सदस्यों के इस्तीफे से खाली हुई हैं जबकि एक सीट कांग्रेस के राजीव सातव के निधन से खाली हुई है।
जिन सदस्यों के इस्तीफे से उपचुनाव की आवश्यकता पड़ी है, उनमें पश्चिम बंगाल से तृणमूल कांग्रेस के मानस रंजन भूनिया, असम से बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट के बिस्वजीत दैमारी, मध्य प्रदेश से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के थावरचंद गहलोत और तमिलनाडु से ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) के के पी मुनुस्वामी और आर वैथिलिंगम शामिल हैं। भूनिया ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में जीत के बाद राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया था। वह वर्तमान में पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री हैं।
दैमारी ने राज्यसभा से इस्तीफा देने के बाद भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया था। गहलोत केंद्र सरकार में मंत्री थे लेकिन केंद्रीय मंत्रिमंडल में पिछले दिनों हुए फेरबदल और विस्तार के दौरान उन्हें कर्नाटक का राज्यपाल नियुक्त किया गया। बाद में उन्होंने राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। अन्नाद्रमुक के मुनुस्वामी और वैथिलिंगम ने तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में जीत के बाद राज्यसभा से इस्तीफा दिया था।
आयोग की अधिसूचना के मुताबिक, नामांकन की आखिरी तारीख 22 सितंबर है जबकि नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख 27 सितंबर है। चुनाव की स्थिति में इन सभी सीटों पर चार अक्तूबर को मतदान होगा। परिणाम चार अक्तूबर को ही आ जाएंगे। आयोग ने बिहार विधान परिषद की एक खाली सीट के लिए भी उपचुनाव की तारीख की घोषणा की। यह सीट जनता दल यूनाइटेड के तनवीर अख्तर के निधन से खाली हुई थी। इस सीट के लिए चार अक्तूबर को मतदान होगा।