ठाणेः बदलापुर एनकाउंटर पर विपक्ष जहां सरकार को कटघड़े में खड़ा कर रहा है वहीं, मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे की पत्नी शर्मिला ठाकरे ने सरकार और पुलिस का बचाव किया है। शर्मिला ठाकरे ने बुधवार को कहा कि महिलाओं पर हो रहे अत्याचार को रोकने के लिए एनकाउंटर जरुरी है। देश में महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार को लेकर उन्होने चिंता जताई और पुलिस के इस कदम को सही ठहराया।
पीड़ितों को जल्द मिले न्याय
उन्होंने कहा कि अक्सर यह देखा गया हैं कि ऐसी घिनौनी वारदातो को अंजाम देने वाले, न्याय प्रक्रिया में हो रही देर के कारण या तो छूट जाते हैं या छोटी मोटी सजा पाते हैं। लेकिन पीड़ित और उनके परिवार पर होने वाले शारीरिक, मानसिक और सामाजिक अन्याय को नजर अंदाज किया जाता हैं। ऐसे सभी को पुलिस द्वारा तत्काल न्याय दिये जाने कि बात उन्होने कही है।
घायल पुलिसकर्मियों से मिलीं शर्मिला ठाकरे
बता दें कि बदलापूर के एक नीजी स्कूल में दो छोटी बच्चियों पर स्कूल के टॉयलेट में अत्याचार किया था। इस घटना के बाद पूरे राज्य में लोगों का आक्रोश देखा गया। इस घटना के आरोपी अक्षय शिंदे की पुलिस एनकाउंटर में मौत हो गई। पुलिस की मानें तो आरोपी एक पुलिसवाले की रिवाल्वर लेकर भागने की कोशिश कर रहा था तभी हुई क्रॉस फायरिंग में उसकी मौत हो गयी। इस घटना में तीन पुलिसवाले भी घायल हुए हैं। आज उनसे मिलने राज ठाकरे की पत्नी शर्मिला ठाकरे थाने के अस्पताल में आयी थी।
बता दें कि हाई कोर्ट ने बुधवार को कहा कि बदलापुर यौन उत्पीड़न मामले के आरोपी अक्षय शिंदे की मुठभेड़ में हुई मौत की जांच निष्पक्ष तरीके से की जानी चाहिए। अदालत ने कहा कि अगर पुलिस ने पहले शिंदे को काबू करने की कोशिश की होती तो गोलीबारी से बचा जा सकता था और इस बात पर विश्वास करना बहुत मुश्किल है कि उसने एक पुलिस अधिकारी से पिस्तौल छीनकर गोलियां चलाईं। अदालत ने पूछा कि आरोपी को पहले हाथ या पैर के बजाय सीधे सिर में गोली क्यों मारी गई?
रिपोर्ट- रिजवान शेख