पुणे: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) प्रमुख राज ठाकरे ने रविवार को कहा कि वह भगवान राम के दर्शन करने के लिए पांच जून को अयोध्या जाएंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर तीन मई तक मस्जिदों से लाउडस्पीकर नहीं उतारे गए तो ‘‘हिंदू भाई’’ तैयार रहें। ठाकरे के कहा कि अजान के लिए लाउडस्पीकर का इस्तेमाल धार्मिक के बजाए सामाजिक मुद्दा अधिक है। मनसे प्रमुख ने कहा कि वह नहीं चाहते कि समाज की शांति भंग हो लेकिन ‘‘अगर लाउडस्पीकर का इस्तेमाल जारी रहा तो उन्हें (मुसलमान) भी हमारी प्रार्थनाएं लाउडस्पीकर पर सुननी पड़ेंगी।’’
उन्होंने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा,‘‘एक मई को मैं सांभाजीनगर (औरंगाबाद) में एक जनसभा को संबोधित करूंगा। पांच जून को मैं मनसे के अन्य कार्यकर्ताओं के साथ दर्शन के लिए अयोध्या जाऊंगा। मैं अन्य लोगों से भी अयोध्या आने की अपील करता हूं।’’ अयोध्या जाने के मकसद के बारे में पूछे जाने पर ठाकरे ने कहा कि वह लंबे वक्त से कहीं बाहर नहीं गए हैं। यह दिलचस्प है कि राज्य की सत्तारूढ़ शिवसेना और राज ठाकरे के बीच वाकयुद्ध के मध्य शिवसेना सांसद संजय राउत ने शनिवार को कहा था कि राज्य के मंत्री आदित्य ठाकरे अगले माह अयोध्या जाएंगे।
मनसे प्रमुख ने कहा, ‘‘लोग सोचते हैं कि मस्जिद के ऊपर लाउडस्पीकर एक धार्मिक मुद्दा है, लेकिन यह एक सामाजिक मामला है। अगर आप दिन में पांच बार लाउडस्पीकर चलाना चाहते हैं तो हम मस्जिद के बाहर पांच बार ‘हनुमान चालीसा’ बजाएंगे। मैं सभी हिंदू भाइयों से अपील करता हूं कि वे तैयार रहें। हम तीन मई तक इंतजार करेंगे, जब रमजान समाप्त होगा, लेकिन अगर वे इसे बंद नहीं करते, और अगर वे समझते हैं कि उनका धर्म न्यायपालिका से बड़ा है, तो हम जैसे को तैसा करेंगे। मनसे इसके लिए तैयारी कर रही है।’’
ठाकरे ने कहा कि मनसे कभी नहीं चाहती कि देश में सांप्रदायिक दंगे हों या शांति भंग हो। उन्होंने कहा कि मुस्लिम समुदाय को मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने की मांग को मानवीय पहलू से देखना चाहिए।
(इनपुट- एजेंसी)