पुणे: महाराष्ट्र के पुणे की एक महिला पुलिस अधिकारी की ऑडियो क्लिप शुक्रवार को सोशल मीडिया वायरल हो गई, जिसमें वह अपने सहकर्मी को कथित तौर पर बिना पैसे दिए मशहूर स्थानीय भोजनालय से बिरयानी लाने के लिए कह रही हैं। महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने कहा कि उन्होंने पुणे पुलिस कमिश्नर को मामले की जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा, 'मैंने वह ऑडियो क्लिप सुनी है और यह गंभीर मामला है। मैंने पुलिस कमिश्नर को जांच कर रिपोर्ट पेश करने के लिये कहा है। उसके बाद सरकार उचित कार्रवाई करेगी।'
‘पैसे मांगें तो पुलिस इंस्पेक्टर से बात करवा दें’
ऑडियो क्लिप में उपायुक्त रैंक की अधिकारी को कथित तौर पर एक सहकर्मी से यह पूछते हुए सुना गया कि विश्रामबाग थाने के अंतर्गत कौन-सा भोजनालय अच्छी बिरयानी बेचता है। सहकर्मी ने एक प्रसिद्ध रेस्तरां में 'देसी घी' से बनी बिरयानी बेचे जाने के बारे में बताया। विश्रामबाग थाना, पुणे पुलिस के जोन I के अंतर्गत आता है। इसके बाद महिला पुलिस अधिकारी ने सहकर्मी को रेस्तरां से बिरयानी मंगवाने को कहा। साथ ही उन्होंने कहा कि यदि पैसे मांगे जाएं तो स्थानीय ‘PI’ (पुलिस इंस्पेक्टर) से बात करवा दें।'
‘क्या हमें अपने इलाके में भी पैसे देने की जरूरत है?’
महिला अधिकारी को यह कहते हुए सुना गया कि क्या हमें अपने इलाके में भी पैसे देने की जरूरत है। उनके ऐसा कहने पर सहकर्मी ने बताया कि वे जब भी बाहर से खाना मंगवाते हैं, तो पैसे का भुगतान करते हैं। इस पर महिला अधिकारी कहती हैं कि दिक्कत क्या है। होटल इंस्पेक्टर के इलाके में आता है, वह कर देंगे। अधिकारी ने बाद में मराठी समाचार चैनल से बात करते हुए दावा किया कि ऑडियो क्लिप से छेड़छाड़ की गई है और यह ऐसे समय में सामने आई है जब वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के तबादले की प्रक्रिया चल रही है।
‘विभाग के कुछ लोग मुझे बाहर करना चाहते हैं’
महिला पुलिस अधिकारी ने कहा, 'यह मेरे खिलाफ एक साजिश है। कुछ पुलिसकर्मी कई सालों से एक ही जोन में तैनात हैं। यहां जोन में उनके कुछ वित्तीय हित हैं। यहां काम करने वाले कुछ वरिष्ठ अधिकारी भी इसमें शामिल हैं।' अधिकारी ने आरोप लगाया, 'विभाग में कुछ लोग हैं जो मुझे बाहर करना चाहते हैं क्योंकि मेरे यहां कार्यभार संभालने के बाद उनकी गतिविधियां बंद हो गई।' अधिकारी ने कहा कि ऑडियो के साथ आंशिक रूप से छेड़छाड़ की गई है और वह साइबर अपराध प्रकोष्ठ में शिकायत दर्ज कराएंगी। (भाषा)