पुणे पोर्शे कार एक्सीडेंट मामले में मृतक के परिवार वालों ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात की है। मुंबई के वर्षा बंगले पर पीड़ित परिवार ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया। सूत्रों के मुताबिक, सीएम शिंदे ने पुणे के पुलिस कमिश्नर से फोन पर बात भी की। सीएम एकनाथ शिंदे ने पुणे में सभी अवैध पब पर कड़ी करवाई का आदेश दिया। मुख्यमंत्री ने अवैध निर्माण पर भी कार्रवाई का आदेश दिया। साथ ही पुणे में बढ़ रहे ड्रग्स के मामलों पर भी कड़ी करवाई और नकेल कसने का आदेश दिया।
निगरानी केंद्र में आरोपी
बता दें कि पुलिस ने पुणे के कल्याणी नगर इलाके में पिछले महीने हुए पोर्श कार हादसे में शामिल 17 साल के नाबालिग के खिलाफ सभी साक्ष्यों के साथ अंतिम रिपोर्ट किशोर न्याय बोर्ड (जेजेबी) को जमा कर दी है। आरोपी किशोर को शहर में एक निगरानी केंद्र में रखा गया है। पुलिस का दावा है कि आरोपी गत 19 मई को तड़के हुई दुर्घटना के समय पोर्श कार चला रहा था और नशे में था। कार ने एक बाइक को टक्कर मार दी थी, जिससे दोपहिया वाहन सवार दो लोगों की मौत हो गई थी।
बालिग के तौर पर मुकदमा चलाने की अपील
पुलिस ने मामले में किशोर पर बालिग के तौर पर मुकदमा चलाने की अनुमति देने के लिए अनुरोध किया है। पुलिस ने जेजेबी को संबंधित साक्ष्य जमा कर दिए हैं। जानकारी के मुताबिक, रिपोर्ट में चश्मदीदों के बयान भी हैं, जिन्होंने उसे कार चलाते हुए देखा था। इसमें जांच के दौरान प्राप्त सीसीटीवी फुटेज और कोजी रेस्टोरेंट व ब्लैक क्लब में उसके शराब पीने के प्रमाण भी हैं।
मां के रक्त से बदले गए सैंपल
एक पुलिस अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि हमने व्यापक अंतिम रिपोर्ट दे दी है जो दर्शाती है कि किशोर नशे की हालत में कार चला रहा था और उसकी वजह से दो बाइक सवार लोगों की मौत हो गई। इस बीच, जांच में पता चला है कि किशोर के रक्त के सैंपल ससून जनरल अस्पताल में जैव कचरे के तौर पर फेंक दिए गए थे। उसके खून के नमूनों को उसकी मां के रक्त के नमूनों के साथ बदल दिया गया था।
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