पुणेः पोर्श कार दुर्घटना मामले मे बडी अपडेट सामने आई है। पुणे पुलिस ने देर रात 2 लोगो को गिराफ्तार किया है। पुणे पुलिस कमिश्नर अमितेश कुमार ने बताया है के गिरफ्तार किये गये इन दो लोगो पर ब्लड सैंपल में हेर फेर करने का आरोप है। कथित तौर पर हादसे के दौरान कार में मुख्य नाबालिक आरोपी के साथ मौजूद उसके अन्य 2 नाबालिक दोस्तो के खून के सैंपल में आदित्य और आशीष द्वारा हेर फेर किया गया था। जिसके पुख्ता सबूत पुणे पुलिस के हाथों लगे हैं। इसके आधार पर इन दोनों को गिरफ्तार किया गया है।
गिरफ्तार लोगों की संख्या बढ़कर नौ हुई
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि सोमवार देर रात दो और आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ ही पोर्श कार दुर्घटना मामले में गिरफ्तार लोगों की संख्या बढ़कर नौ हो गई है। पुणे के पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने मंगलवार सुबह कहा कि कार में किशोर आरोपी के साथ मौजूद दो नाबालिगों के खून के नमूने इन दो व्यक्तियों के खून के नमूनों से बदले गए थे। पुणे के कल्याणी नगर इलाके में 19 मई को तड़के कथित तौर पर नशे की हालत में कार चला रहे नाबालिग लड़के ने मोटरसाइकिल पर सवार एक महिला समेत दो आईटी पेशेवर को टक्कर मार दी थी, जिसके बाद दोनों की मौत हो गई थी। लड़के का पिता जाना-माना बिल्डर है।
ये लोग पहले ही हो चुके हैं गिरफ्तार
लड़के के माता-पिता, फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग के तत्कालीन प्रमुख डॉ.अजय तावड़े, डॉ.श्रीहरि हल्नोर और ससून अस्पताल के एक कर्मचारी अतुल घाटकांबले को नाबालिग के खून के नमूनों को उसकी मां के नमूनों के साथ बदलने के आरोप में पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। खून के नमूने बदलने के लिए पैसों के लेन-देन के वास्ते आरोपी के पिता और डॉक्टरों के बीच बिचौलियों की भूमिका निभाने वाले दो अन्य आरोपियों-अश्पक मकानदार और अमर गायकवाड़ को भी गिरफ्तार कर लिया गया था। पुणे पुलिस ने हाल ही में मामले में सात आरोपियों के खिलाफ 900 पृष्ठ का आरोपपत्र दायर किया था।
रिपोर्ट- समीर शेख