पुणे में हुए पोर्शे कार एक्सीडेंट केस में पुलिस के आला अधिकारियों के द्वारा की गई जांच के दौरान येरवडा पुलिस थाने में कार्यरत रहे दो पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड किया गया है। मिली जानकारी के अनुसार येरवडा पुलिस थाने में कार्यरत रहे पुलिस इंस्पेक्टर राहुल जगदाले और API विश्वनाथ तोड़करी को सस्पेंड करने के आदेश आज शहर के पुलिस कमिश्नर अमितेश कुमार ने जारी किए है।
जांच के दौरान दोषी पाए गए पुलिसकर्मी
बताया जा रहा है कि 19 मई की सुबह 3.30 के समय पर शराब के नशे में धुत एक नाबालिग ने अपनी आलीशान पोर्श से कार से बाइक सवार 2 लोगों को कुचला था जिसमें उनकी मौत हो गई थी। हादसे की जानकारी इन दोनों अधिकारियों को पता चलने के बाद भी उन्होंने इस जानकारी को पुलिस कंट्रोल रूम से साझा नहीं की जिसके चलते उनके खिलाफ आज यह कार्रवाई की गई। इस मामले में पुणे शहर पुलिस कमिश्नर अमितेश कुमार ने एक जांच टीम का गठन किया था जिसमें ACP रैंक के एक अधिकारी प्रमुख थे। इसी जांच के दौरान जगदाले और तोड़कर दोनों पुलिस अधिकारी दोषी पाए गए जिसके बाद अब इन दोनों को सस्पेंड करने की करवाई के आदेश जारी किए गए।
पुणे पोर्श कांड... बेटा छूटा तो बाप गिरफ्तार!
बता दें कि पुणे में 18 और 19 मई की दरमियानी रात एक नाबालिग ने अपने तेज रफ्तार पोर्शे कार से दो बाइक सवारों को टक्कर मारी जिसमें दोनों बाइक सवार IT इंजीनियर्स की मौके पर ही मौत हो गई। इस वक्त आरोपी नशे में घूत था। कार की रफ्तार 200 किलोमीटर प्रति घंटे थी। मौके पर मौजूद लोगों ने आरोपी को पुलिस को सौंपा। लेकिन रईसजादे ने सिस्टम को ऐसे सेट किया कि बेटे को 15 घंटे में ही बेल मिल गई थी। जब ये हादसा हुआ तब-
- आरोपी नाबालिग था और उसके पास ड्राइविंग लाइसेंस भी नहीं था।
- जिस कार से एक्सिडेंट हुआ था उस कार पर नंबर प्लेट भी नहीं थी।
- रईसजादे पिता ने कार का रजिस्ट्रेशन भी नहीं कराया था।
- कार का रजिस्ट्रेशन का मामला मार्च से ही पेडिंग चल रहा है।
- महाराष्ट्र ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट ने कहा कि 1,758 रुपये की फीस का भुगतान नहीं किया गया है।
- जिसकी वजह से 2 करोड़ की लग्जरी कार का रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ था।