मुंबई: पुणे से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आ रही है। यहां एक अपराधी जो पहले से पुलिस की गिरफ्त में था, उसने एक बड़ी स्मगलिंग को अंजाम दे डाला। पुलिस को जब इस बात की जानकारी लगी तो उनके पैरों से जमीन ही खिसक गई। बता दें कि पुणे पुलिस को एक जानकारी मिली कि एक आरोपी जो पहले येरवाड सेंट्रल जेल में बंद था और बीमार होने के कारण अस्पताल में इलाज करवा रहा था, ने 2 करोड़ के ड्रग्स तस्करी को अंजाम दे डाला है।
2 करोड़ रुपये क़ीमत के मेफेड्रोन
मिली जानकारी के मुताबिक, पुणे पुलिस को पता चला कि साल 2020 के एक ड्रग्स तस्करी मामले गिरफ़्तार आरोपी ने कूरियर के माध्यम से शहर में 2 करोड़ रुपये क़ीमत के मेफेड्रोन (एमडी) की स्मगलिंग की है, जानकारी मिलते ही पुलिस ने आनन-फानन में आरोपी की तालाशी ली। तालाशी के दौरान पुलिस को 2 मोबाइल फ़ोन भी मिले हैं, जिसका इस्तेमाल कर वो अस्पताल में बैठ कर ड्रग्स का कारोबार कर रहा था। पुलिस ने बातया कि आरोपी का नाम ललित पाटिल हैं, जो पुणे के येरवाड सेंट्रल जेल में पहले से बंद (अंडरट्रायल) है और उसका पुणे के ससून जनरल अस्पताल टाइबरक्यूलोसिस का इलाज चल रहा था। मामले में पुलिस ने अस्पताल में आरोपी ललित पाटिल के पास से दो फोन और झारखंड के रहने वाला कूरियर बॉय सुभाष मंडल के पास से दो फोन बरामद किए।
पुणे एंटी नारकोटिक सेल ने किया खुलासा
एक अधिकारी ने बताया की मंडल को रविवार की सुबह करीब 7.30 बजे पुणे एंटी नारकोटिक सेल ने अस्पताल के एंट्री गेट पर रोक लिया, और जब उसकी तलाशी ली गई तो उन्हें उसके पास से 1 किलोग्राम एमडी ड्रग्स मिला है। पुलिस के मुताबिक, मंडल पर भी कई मामले दर्ज है और वो फ़िलहाल बेल पर बाहर है। पुलिस इस मामले की पूछताछ में पुलिस ने पाटिल के सहायक करने के आरोप में अस्पताल की कैंटीन के एक वेटर रऊफ रहीम शेख को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है की शेख़ इस मामले में पाटिल की मदद किया करता था। एक बड़े अधिकारी ने बताया की इस घटना के बाद पुणे पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने जाँच के आदेश दिए की एक क़ैदी जो की अस्पताल में इलाज करवा रहा है उसके पास 2-2 फ़ोन कैसे पहुँच गया।
पुलिस लिख रही कोर्ट और जेल को लेटर
सूत्रों ने बताया की पुणे ग्रामीण पुलिस ने हथियार का इस्तेमाल कर डकैती करने के मामले में मंडल को गिरफ्तार किया था। इस मामले में पाटिल की कस्टडी लेने के लिए पुलिस कोर्ट और जेल को लेटर लिख रही है ताकि पता कर सके की उसके साथ कौन-कौन मिला हुआ है। आपको बता दें कि पाटिल जून महीने से ही अस्पताल में भर्ती है। पाटिल को पिंपरी चिंचवड़ पुलिस ने 20 करोड़ रुपये के ड्रग्स के मामले में गिरफ़्तार किया था, जिसके बाद वो जब जेल में गया तब उसकी पहचान मंडल से हुई।
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