पुणे: पिछले दो दिनों से पुणे पुलिस क्राइम ब्रांच की टीम नशे के खिलाफ लगातार छापेमारी अभियान चला रही है। इसी क्रम में पुणे क्राइम ब्रांच की टीम को बड़ी सफलता हाथ लगी है। दो दिनों में छापेमारी अभियान चलाकर क्राइम ब्रांच की टीम ने 1100 करोड़ रुपये की 600 किलो से ज्यादा मेफेड्रोन (एमडी) को जब्त किया है। वहीं क्राइम ब्रांच की टीम द्वारा की गई ये कार्रवाई नशे के खिलाफ पुलिस की बड़ी सफलता मानी जा रही है। इतनी बड़ी मात्रा में नशीले पदार्थ के पकड़े जाने पर पुलिस विभाग ने इसमें अंतरराष्ट्रीय तस्करों का हाथ होने की भी आशंका जताई है।
दो दिनों तक चली कार्रवाई
पुलिस कमिश्नर अमितेश कुमार ने कार्रवाई के संबंध में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने बताया कि क्राइम ब्रांच की टीम ने दो दिनों में 1100 करोड़ रुपये कीमत का 600 किलो से ज्यादा मेफेड्रोन ड्रग्स जब्त किया है। पुणे क्राइम ब्रांच की टीम द्वारा आज दूसरे दिन कार्रवाई की गई। जिसमें मंगलवार को बड़ा अभियान चलाकर क्राइम ब्रांच की टीम ने 550 किलोग्राम मेफेड्रोन ड्रग्स (एमडी) जब्त किया है। यह कार्रवाई कुरकुंभ एमआईडीसी में एक केमिकल कंपनी में की गई। इस मामले में अनिल साबले नाम के फैक्ट्री मालिक को पुलिस ने सुबह डोंबिवली से हिरासत में ले लिया।
सोमवार को भी हुई थी कार्रवाई
वहीं पुणे पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने सोमवार (19 फरवरी) को भी देर रात चलाए गए एक ऑपरेशन में 55 किलोग्राम मेफेड्रोन ड्रग्स (एमडी) जब्त किया था। इसके बाद कुरकुंभ एमआईडीसी में एक केमिकल कंपनी पर छापामार कार्रवाई की गई, जहां से बड़ी मात्रा में एमडी ड्रग्स जब्त किया गया। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या ड्रग माफिया ललित पाटिल का संबंध इस ड्रग तस्करी मामले से है। क्राइम ब्रांच ने सोमवार को तीन ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया था।
अंतरराष्ट्रीय तस्करों का हो सकता है हाथ
बता दें कि नशीली दवाओं की तस्करी का यह गोरखधंधा नमक के गोदाम से शुरू होता है। पुलिस ने संदेह जताया है कि इसमें अंतरराष्ट्रीय तस्करों का हाथ है। पुलिस ने सोमवार शाम तक त्वरित जांच की और 55 किलोग्राम मेफेड्रोन ड्रग्स जब्त कर लिया। पुलिस ने यह कार्रवाई पुणे के विश्रांतवाड़ी इलाके में स्थित भैरवनगर में की है। यह कार्रवाई पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार, संयुक्त पुलिस आयुक्त प्रवीण पवार, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अपराध शैलेश बलकवड़े, पुलिस उपायुक्त अपराध अमोल ज़ेंडे, सहायक पुलिस आयुक्त अपराध-1 सुनील तांबे, सहायक पुलिस आयुक्त के मार्गदर्शन में की गई।
क्या है मेफेड्रोन?
बता दें कि मेफेड्रोन कोई दवा नहीं है। इसके उपयोग पौधों के लिए बनी सिथेंटिक खाद के रूप में किया जाता है। हालांकि इसका सेवन करने से हेरोइन और कोकीन से भी ज्यादा नशा होता है। वहीं इन दोनों की ड्रग्स के मुकाबले यह काफी कम कीमत में मिल जाता है। यही वजह से कि लोग इन नशे की चपेट में आते जा रहे हैं। इस ड्रग्स के सेवन से खासकर शहर के युवा प्रभावित हो रहे हैं।
(पुणे से जैद मेमन की रिपोर्ट)
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