महाराष्ट्र: नागपुर के सेंट्रल जेल में पत्नी की हत्या के प्रकरण में आजीवन कारावास की सजा काट रहे कैदी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जानकारी के मुताबिक, कैदी ने नागपुर के सेंट्रल जेल में पजामे के नाड़े से फांसी लगा ली। मृतक कैदी श्यामराव ऋषिजी शेंडे महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिला का निवासी है। सेंटर जेल में बंद कैदी नंबर क्रमांक 8/11389 ने सेंटर जेल के स्टोर रूम की खिड़की में लोहे की रॉड को पजामा के नाड़े बांध का फांसी लगाई।
2020 में कुल्हाड़ी से वार कर पत्नी की हत्या कर दी
श्यामराव शेंडे किसान था। शादी के बाद उसे पता चला कि पत्नी के अनैतिक संबंध है, इस पर उसने पत्नी से मारपीट की और उसे अनैतिक संबंध तोड़ने के लिए कहा था। इसके बाद पत्नी मायके चली गई। करीब 12 साल मायके में रहने के बाद 2 साल पहले उसने पत्नी को अपने घर ले आया। 2 वर्ष परिवार चलाने के बाद उसे दोबार इस बात का आभास हुआ कि पत्नी फिर से अनैतिक संबंध बनाए हैं। इस कारण उसने 2020 में कुल्हाड़ी से वार कर पत्नी की हत्या कर दी। पिछले 2 वर्षों से वो चंद्रपुर जेल में था। 13 अप्रैल को उसे न्यायालय में आजीवन कारावास की सजा सुनाई। महीने भर पहले उसे नागपुर की सेंट्रल जेल में लाया गया था।
कैदी परिसर के पेड़ पर आम तोड़ने चढ़ा, तो...
13 मई 2023 को चंद्रपुर के जेल से नागपुर के सेंटर जेल से भेजा गया था। उसे छोटी गोल परिसर में ही अन्यसजायाफ्ता मुजरिमों के साथ रखा गया था। सभी कैदियों को कल बैरक से बाहर निकाला गया। वह वर्कशॉप के रूम में गया, खिड़की की ग्रिल पर अपने पजामे का नाड़ा बांधकर फांसी लगा ली। जानकारी के मुताबिक, 1 कैदी परिसर के पेड़ पर आम तोड़ने के लिए चढ़ा, तब रूम की खिड़की पर श्यामराव फंदे पर लटका दिखाई दिया। उसने चीख-पुकार की तो जेल रक्षक जमा हो गए और नागपुर के धंतोली थाने में इसकी शिकायत की गई। नागपुर पुलिस ने पंचनामा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस ने आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज कर आगे कि जांच शुरू कर दी है।