मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के दोनों गुट भारतीय निर्वाचन आयोग (ईसीआई) के समक्ष अपना-अपना पक्ष रखने की तैयारियों में जुटे हैं वहीं अजित पवार खेमे के नेता और राज्यसभा सांसद प्रफुल्ल पटेल ने राकांपा प्रमुख शरद पवार के साथ नए संसद भवन में खींची गई एक तस्वीर को साझा किया। शरद पवार खेमे ने इसे दिग्गज नेता की 'उदारता' करार दिया। ईसीआई ने बताया कि एनसीपी विभाजित है और दोनों पक्षों को 6 अक्टूबर को उनके मामले की सुनवाई के दौरान अपना-अपना पक्ष रखने के लिए आयोग के समक्ष पेश होने को कहा गया है।
प्रफुल्ल पटेल ने दो तस्वीरें शेयर करते हुए एक्स (पहले ट्विटर) पर कहा, ''नए संसद भवन में गर्मजोशी से भरा दिन। राज्यसभा चैंबर भव्य है और माननीय शरद पवार साहब के साथ यह क्षण साझा करना इसे और भी विशेष बनाता है। और अब कैफेटेरिया में दोस्तों के साथ बैठकर नाश्ता, वास्तव में एक यादगार दिन!''
I.N.D.I.A. गठबंधन में चर्चा
प्रफुल्ल पटेल, अजित पवार नीत राकांपा के बागी गुट के नेता हैं। बागी गुट ने जुलाई में महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे नीत शिवसेना और भाजपा सरकार के साथ हाथ मिलाया था। बागी खेमे ने शरद पवार की जगह अजित पवार को अपना राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया था और राकांपा नाम व चिह्न को लेकर चुनाव आयोग के समक्ष अपना दावा ठोका था। वहीं, आपको बता दें कि अजित पवार और प्रफुल्ल पटेल का शरद पवार से बगावत करके बीजेपी के पाले में जाने को लेकर शरद पवार लगातार सवालों के घेरे में रहे हैं। हालांकि, बार-बार वो अपनी सफाई देते रहे हैं, लेकिन पिछले कुछ कदमों के बाद नई संसद की कैंटीन का ये एक घंटा इंडिया गठबंधन में चर्चा का विषय जरूर बना हुआ है। आखिर गेम पवार की पावर पॉलिटिक्स का जो है।
शरद गुट ने क्या कहा?
प्रफुल्ल पटेल के पोस्ट के बारे में पूछने पर शरद पवार गुट के राष्ट्रीय प्रवक्ता क्लाईड क्रास्टो ने कहा कि भारतीय राजनीति में पार्टी (राकांपा के) संस्थापक का कद बहुत बड़ा है और सभी उनका सम्मान करते हैं। क्रास्टो ने कहा, ''सभी दलों के लोग उनके (शरद पवार के) साथ तस्वीर खिंचवाने पर सम्मानित महसूस करते हैं और खुद शरद पवार भी विनम्रता जताते हैं। चूंकि प्रफुल्ल पटेल एक सह-सांसद हैं और नए संसद भवन के उद्घघाटन के मौके पर पवार साहब, प्रफुल्ल पटेल के अनुरोध पर तस्वीर खिंचवाने के लिए उनके साथ खड़े हुए थे।''
क्रास्टो ने कहा कि यह शरद पवार की उदारता का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि यह उनकी परिपक्वता को बयां करता है। हाल ही में राकांपा के दोनों समूह के वरिष्ठ नेताओं ने कहा था कि पार्टी के भीतर किसी प्रकार की टूट नहीं है। शरद पवार नीत राकांपा की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष जयंत पाटिल ने मंगलवार को कहा था, ''निर्वाचन आयोग का हमारे मामले को एक राजनीतिक पार्टी में विवाद के तौर पर देखना सही नहीं है, वह भी जब हम लगातार कह रहे हैं कि पार्टी में टूट नहीं है।''
यह भी पढ़ें-