तमिलनाडु सरकार के मंत्री उदयनिधि ने कुछ दिन पहले सनातन धर्म को लेकर एक विवादित बयान दिया था। अभी ये मामला शांत ही नहीं हुआ था कि DMK पार्टी के ही सांसद ए राजा ने भी सनातन धर्म को लेकर विवादित बयान दे दिया। इन विवादित बयानों को लेकर विपक्ष उनपर अब लगातार हमलावर है। अब महाराष्ट्र भाजपा के विधायक और प्रवक्ता नितेश राणे ने इस बयान को I.N.D.I.A गठबंधन की मानसिकता के साथ जोड़ दिया है।
नितेश राणे ने क्या कहा?
उदयनिधि और राजा द्वारा सनातन धर्म को लेकर दिए गए विवादित बयान पर अब नितेश राणे ने सीधे I.N.D.I.A गठबंधन पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि, "DMK के नेता ए राजा और उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म को लेकर जो बयान दिया है, उससे I.N.D.I.A गठबंधन के नेताओं की मानसिकता साफ होती है।"
उन्होंने आगे कहा कि, इन बयानों से यह स्पष्ट होता है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी जिस मोहब्बत की दुकान की बात करते हैं, उस दुकान में सनातन धर्म की क्या जगह है। अगर I.N.D.I.A गठबंधन के लोग देश की सत्ता में आ जाएंगे तो सनातन धर्म को लेकर इनका क्या रुख होगा, यह भी स्पष्ट है।
उद्धव ठाकेर को कटघरे में किया खड़ा
नितेश राणे यही नहीं रुके। उन्होंने इस विषय पर बोलते हुए महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर भी सवाल खड़े कर दिए। नितेश ने कहा, जो उद्धव ठाकरे अपने आप को हिंदुत्तव का समर्थन करने वाले और बालासाहेब ठाकरे के विचारों पर चलने वाला बताते हैं, वो इस विषय पर अब तक चुप क्यो हैं? उनको इस मामले में अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए।
नितेश ने आगे कहा, उनकी इस चुप्पी का मतलब यह माना जाएगा कि वो उदयनिधि और राजा के बयानों का समर्थन करते हैं।
क्या है पूरा मामला?
आपको बता दें कि पिछले दिनों तमिलनाडु सरकार मे मंत्री और मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना डेंगू और मलेरिया से की थी। तो वहीं उनकी पार्टी के ही सांसद राजा ने भी एक विवादित बयान दिया। राजा ने सनातन धर्म की तुलना HIV से कर दिया था।
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