महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन की तिथि अब समाप्त हो गई है। मंगलवार को नामांकन का आखिरी दिन था और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री नवाब मलिक ने मुंबई की मानखुर्द शिवाजी नगर विधानसभा सीट के लिए दो-दो नामांकन पत्र दाखिल कर तहलका मचा दिया। उनके इस दांव से भाजपा भी चित हो गई, उन्होंने ये नया दांव खेलकर महाराष्ट्र की सियासत में खलबली मचा दी है। जब इसे लेकर सोशल मीडिया सहित सियासी महकमे में हंगामा होने लगा तो फिर नवाब मलिक ने सफाई देते हुए कहा कि अब मैं एनसीपी का आधिकारिक उम्मीदवार हूं।
भाजपा और एनसीपी अजित में टकराव
महायुति गठबंधन के भीतर मानखुर्द शिवाजी नगर सीट को लेकर सहयोगी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के बीच टकराव सामने आया है। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले उसी निर्वाचन क्षेत्र के लिए राकांपा द्वारा नवाब मलिक के नामांकन के बाद, भाजपा ने शिवसेना के सुरेश कृष्ण पाटिल, जिन्हें बुलेट पाटिल के नाम से भी जाना जाता है, को अपना "आधिकारिक" उम्मीदवार घोषित किया है।
नवाब मलिक ने दाखिल किया था दो नामांकन पत्र
नवाब मलिक ने मुंबई की मानखुर्द शिवाजी नगर विधानसभा सीट से दो-दो नामांकन पत्र दाखिल किया, एक एनसीपी (अजित पवार) के उम्मीदवार के रूप में तो दूसरा निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में। जैसे इस बात का खुलासा हुआ तो हंगामा मच गया, क्योंकि नवाब मलिक को भाजपा टिकट नहीं देना चाहती थी। हंगामे के बाद में मलिक ने कहा कि वह एनसीपी के आधिकारिक उम्मीदवार हैं।
नवाब मलिक का दावा
नवाब मलिक ने कहा, "आज मैंने एनसीपी उम्मीदवार के रूप में मानखुर्द शिवाजी नगर विधानसभा क्षेत्र से नामांकन दाखिल किया। मैंने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में भी नामांकन दाखिल किया, लेकिन पार्टी ने एबी फॉर्म भेजा है और हमने इसे दोपहर 2.55 बजे जमा कर दिया, अब मैं एनसीपी का आधिकारिक उम्मीदवार हूं। मैं अजित पवार, प्रफुल पटेल और सुनील तटकरे का बहुत आभारी हूं। मुझे पूरा विश्वास है कि हम इस बार मानखुर्द शिवाजी नगर निर्वाचन क्षेत्र जीतेंगे।"
पहले कही थी ये बात
इससे पहले नवाब मलिक ने कहा था कि पार्टी का एबी फॉर्म जमा नहीं किया गया है। अगर समय पर एबी फॉर्म जमा किया जाता है, तो मैं पार्टी के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ूंगा, अगर नहीं, तो मैं लोगों की इच्छा के अनुसार स्वतंत्र रूप से लड़ूंगा।