महाराष्ट्र के गढ़चिरौली से एक राहत भरी खबर आई है। दरअसल, गढ़चिरौली जिले में बीते तीन दिनों से हो रही भारी बारिश की वजह से भामरागढ़ तहसील में हालात ठीक नहीं हैं। कई रास्ते बंद हो गए हैं, जिससे इलाके का संपर्क टूट गया है। यहां एक प्रेग्नेंट महिला की हालत गंभीर हो गई थी, उसे ब्लड की जरूरत थी। ऐसे में बाढ़ से गुजरते समय चिकित्सा अधिकारियों ने महिला का प्रसव कराया। महिला की जान बचाने के लिए हेलीकॉप्टर से ब्लड पहुंचाया गया।
ये मामला गढ़चिरौली का भामरागढ़ तहसील का है। यहां बाढ़ से निकलकर आई एक प्रेग्नेंट महिला की मेडिकल टीम ने डिलीवरी कराई। उसे एक और यूनिट ब्लड की जरूरत थी। बाढ़ के कारण सभी सड़कें अवरुद्ध हो गई थीं। ऐसे में 11 सितंबर को बारिश रुकने के बाद सुबह हेलिकॉप्टर से ब्लड बैग पहुंचाया गया। बाढ़ संकट में स्वास्थ्य विभाग की तत्परता और खाकी वर्दी द्वारा दिखाई गई मानवता की इस समय हर जगह चर्चा हो रही है।
9 तारीख को हुई सुरक्षित डिलीवरी
महिला का नाम मंतोशी गजेंद्र चौधरी (24 वर्षा) है, जो अरेवाड़ा, भामरागढ़ की है। 8 सितंबर को उसे प्रसव पीड़ा शुरू हुई। हालांकि, भारी बारिश के कारण हर तरफ पानी ही पानी भर गया था। भामरागढ़ से संपर्क टूट गया। स्वास्थ्य तंत्र ने तत्परता दिखाई और बाढ़ से जूझते हुए उसे अस्पताल पहुंचाया। इसके लिए राज्य आपदा प्रबंधन टीम के जवानों ने डॉक्टरों की मदद की। इस बीच, 9 तारीख को मंतोशी का सुरक्षित प्रसव हो गया।
एक और ब्लड बैग की थी जरूरत
मंतोशी का ब्लड ग्रुप- बी निगेटिव था। इस खून का एक बैग उसे चढ़ाया गया। हालांकि, उसकी हालत में सुधार के लिए एक और ब्लड बैग की आवश्यकता थी। बाढ़ के कारण भामरागढ़ ग्रामीण अस्पताल तक ब्लड बैग पहुंचाना मुश्किल था। एक तरफ बाढ़ और दूसरी तरफ खराब मौसम के कारण हेलीकॉप्टर से ब्लड बैग ले जाना मुश्किल हो रहा था। आखिरकार 11 तारीख को आसमान साफ होते ही स्वास्थ्यकर्मी गढ़चिरौली से खून का बैग लेकर भामरागढ़ के लिए रवाना हुए। इस हेतु पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल ने अविलंब जिला पुलिस बल का हेलीकॉप्टर उपलब्ध कराया। चिकित्सा सूत्रों ने बताया कि फिलहाल मां और बच्चे की हालत स्थिर है। (रिपोर्ट- नरेश सहारे)
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