
नागपुर: महाराष्ट्र के नागपुर शहर में हुई हिंसा के मामले में कई अपडेट सामने आए हैं। नागपुर हिंसा के दौरान 61 वाहनों में तोड़फोड़ होने की बात सरकार द्वारा किए जा रहे पंचनामा में सामने आई है। इसमें 36 कार, 22 टू व्हीलर, एक क्रेन, दो जेसीबी और एक मकान को भारी नुकसान होने की जानकारी सामने आई है। सभी का पंचनामा कर नुकसान की भरपाई देने की प्रक्रिया जिला प्रशासन द्वारा शुरू कर दी गई है।
आरोपियों की कोर्ट में पेशी आज
इसके अलावा नागपुर हिंसा मामले में 17 आरोपियों को पुलिस ने 19 मार्च को पकड़ा था। इसके अलावा इस मामले में 51 आरोपियों की पुलिस कस्टडी आज 21 मार्च को समाप्त हो रही है। हिंसा के मास्टरमाइंड फहीम खान समेत अन्य की कस्टडी आज समाप्त हो रही है। आज इन सभी आरोपियों की कोर्ट में पेशी होगी। बता दें कि पुलिस ने हिंसा पर काबू पाने के लिए 17 मार्च को आंसू गैस के 378 गोले दागे थे।
पुलिस ने दागे आंसू गैस के 378 गोले
दरअसल, 17 मार्च को हुई हिंसा में पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने, भीड़ पर काबू पाने और भीड़ को खदेड़ने के लिए आंसू गैस के गोले दागे गए थे। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 378 आंसू गैस के गोले पुलिस ने दंगे पर नियंत्रण पाने के लिए इस्तेमाल किए थे। गणेशपुर पुलिस ने हिंसा फैलाए जाने के मामले में 6 केस दर्ज किए हैं। इनमें 1200 से अधिक लोगों को आरोपी बनाया गया है। 200 लोगों को नामजद किया गया है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस की कार्रवाई से बचने के लिए कई आरोपियों ने प्रभावित इलाके से पलायन कर लिया है।
कांग्रेस ने बनाई सात सदस्यों की टीम
वहीं नागपुर में अफवाह के बाद हुई हिंसा और तोड़फोड़ मामले को गंभीरता से लेते हुए कांग्रेस ने स्थानीय लोगों से चर्चा और शांति स्थापित करने के लिए सात सदस्यीय समिति का गठन किया है। महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल के निर्देश के मुताबिक गठित समिति में गोवा के प्रभारी माणिक राव ठाकरे, पूर्व सांसद हुसैन दलवाई ,राज्य के पूर्व मंत्री नितिन राउत ,यशोमती ठाकुर ,साजिद पठान सदस्य के तौर पर शामिल किए गए हैं। वहीं नागपुर शहर कांग्रेस समिति के अध्यक्ष विकास ठाकुर को संयोजक और अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के सचिव प्रफुल्ल गुरुदेव पाटिल को समन्वय की जिम्मेदारी दी गई है।
नागपुर में अब तक क्या हुआ?
बता दें कि नागपुर में विहिप और बजरंग दल के प्रदर्शन के बाद अफवाहों की वजह से हिंसा भड़क उठी। इस दौरान कई गाड़ियों में तोड़फोड़ और आगजनी की गई। वहीं इस घटना के बाद से नागपुर के कई इलाकों में कर्फ्यू भी लगाना पड़ा था। इस हिंसा के बाद से पूरे राज्य में पुलिस बल को अलर्ट कर दिया गया है। आज 21 मार्च को जुमे की नमाज को देखते हुए नागपुर में पुलिस को अलर्ट मोड पर रखा गया है। इलाके में शांतिपूर्ण माहौल कायम रहे, इसे लेकर पुलिस तैनात है।
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