महाराष्ट्र: अमरावती के मोर्शी में एक सितंबर को मां-बेटे की हत्या की मिस्ट्री पुलिस ने सुलझा दी है। इस केस में हत्यारा बड़ा बेटा निकला है। पुलिस ने उसे हैदराबाद से गिरफ्तार किया है। हत्या की घटना सात से आठ दिन पहले की बताई जा रही है। इस मामले में बड़ा खुलासा हुआ है जिसमें आरोपी सौरभ ने अपनी मां के चरित्र पर संदेह को लेकर उसकी हत्या की और छोटे भाई ने पूरी घटना देख ली थी और वह इसका गवाह ना बने इसलिए उसे भी मौत के घाट उतार दिया। उसने मां और छोटे भाई की हत्या इतने सुनियोजित तरीके से की है जिसे देखकर पुलिस भी हैरान है। उसने स्लाइन के जरिए मां और छोटे भाई को एनेस्थीसिया की डोज दी जिससे दोनों की तड़प-तड़पकर मौत हो गई।
बड़े बेटे ने मां और भाई को दी खौफनाक मौत
सौरभ ने पॉलिटेक्निक की डिग्री हासिल की है। उसने मां और छोटे भाई की हत्या करने की पूरी ट्रिक अपने दोस्तों और जानकारों की मदद के साथ-साथ गूगल और यूट्यूब से ली। उसने पूरी प्लानिंग की हत्या को कैसे अंजाम देना है और पुलिस से कैसे बचना है। सौरभ ने हत्या करने से पहले मां और छोटे भाई को धतूरे के बीजों को टूटकर सब्जी में डालकर खिला दिया जिसके बाद उन्हें चक्कर आने लगे। इसके बाद वह दोनों को डॉक्टर के पास ले गया। डॉक्टर से दोनों का इलाज करवाया और कमजोरी आने की बात करते हुए अपने कंपाउंडर दोस्त को घर पर बुलाकर स्लाइन चढ़वा दिया। उसने स्लाइन के जरिए एनेस्थीसिया का डोज देकर दोनों को मौत के घाट उतार दिया।
मां-भाई की हत्या कर शव को दीवान में छुपाया
घटना को अंजाम देने के बाद मां और भाई का मोबाइल लेकर सौरभ गणेश कापसे घर को ताला लगाकर फरार हो गया। यह घटना तब उजागर हुई जब घर के अंदर से बदबू आने लगी तो पड़ोसियों ने मृतक नीलिमा और उसके बेटे आयुष के रिश्तेदारों को फोन करके बुलाया और साथ ही पुलिस को भी सूचना दी। पुलिस जब घटनास्थल पर पहुंची तो घर में ताला जड़ा था और बड़ा बेटा नदारद था। ताला तोड़कर पुलिस घर के अंदर गई तो अंदर का नजारा देखकर हैरान हो गई। दीवान के अंदर से खून टपक रहा था और पूरे घर से बदबू आ रही थी। पुलिस ने दीवान का बॉक्स खोल तो यह चौंकाने वाला मामला सामने आया।
हत्या की घटना से पुलिस भी हैरान
पुलिस ने तत्काल दोनों शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल में भेज दिया। अमरावती ग्रामीण क्राइम ब्रांच ने और मोर्शी पुलिस ने संयुक्त तफ्तीश कर आरोपी सौरभ कापसे को हैदराबाद से गिरफ्तार किया है। उसने प्राथमिक बयान में यह बताया कि बड़े अभ्यास पूर्वक और शांति पूर्वक पूरे होशो-हवास के साथ अपने साथियों और जानकारों की सलाह से यह हत्या की। इसमें खास बात यह है की हत्या कोई हथियार से नहीं बल्कि पूरी चालाकी से की गई। सौरभ पॉलिटेक्निक करने के साथ-साथ मोबाइल शॉप चलाता था इसीलिए उसके मेडिकल छात्रों से भी दोस्ती थी जिसके जरिए उसने पूरे शातिराना तरीके से इसे अंजाम दिया।
(महाराष्ट्र से माया डोलास की रिपोर्ट)
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