महाराष्ट्र के नागपुर में विभिन्न विकास परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक सभा को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कि आज 11 दिसंबर को महाराष्ट्र के विकास के लिए को 11 सितारों के महा नक्षत्र का उदय हो रहा है। उन्होंने कहा कि यह सभी काम महाराष्ट्र के विकास को नई दिशा और उर्जा देगा। जिसका सीधा फायदा राज्य की जनता को होगा।
पीएम मोदी ने कहा, "आज का यह आयोजन इस बात का प्रमाण है कि महाराष्ट्र में डबल इंजन की सरकार तेजी से काम कर रही है। उन्होंने कहा कि समृद्धि मार्ग से नागपुर और मुम्बई के बीच की दूसरी कम हुई है। इससे विकास कार्यों को तेजी मिलेगी। इस मार्ग से कई जिले और गांवों के लोग आपस में जुड़ सकेंगे। इस मार्ग से महाराष्ट्र के विकास का एक नेता सूरज उदय होगा।"
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज महाराष्ट्र और देश में पहली बार ऐसी सरकार है, जिसने इन्फ्रास्ट्रक्चर को मानवीय स्वरुप दिया है। आज सरकार आयुष्मान योजना के तहत हर गरीब को 5 लाख रुपए तक का मुफ्त ईलाज दे रही है। 45 करोड़ गरीब लोगों को बैंकिंग सिस्टम से जोड़ना, हर जिले में मेडिकल कॉलेज खोलना, हर शहर और गांव को सड़क मार्ग से जोड़ना हमारे इन्फ्रास्ट्रक्चर का जीता जागता उदहारण है। पीएम मोदी ने कहा कि विकास का मतलब केवल सड़कें, फ्लाईओवर, पत्थर एयर इंटें ही नहीं होती हैं। इन सबके के साथ मानवीय संवेदनाएं साथ लेकर चलना ही असल विकास होता है। इन्हीं मानवीय संवेदनाओं का ख्याल रखते हुए आज नागपुर में एम्स की शुरुआत हुई है।
पीएम मोदी ने कहा कि आज आजादी के अमृत काल में देश विकसित भारत के विराट संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि विकसित भारत के निर्माण का रास्ता देश की सामूहिक ताकत के साथ चलता है। देश को विकसित बनाने के लिए राज्यों को विकसित बनना पड़ेगा पीएम मोदी ने कहा कि, पिछले कुछ वर्षों में विकास कार्यों को सीमित रखा गया। इससे आगे बढ़ने के अवसर भी सीमित हो जाते हैं। इससे देश के अंदर छुपी हुई ताकत और हमारी सोच आगे नहीं आ सकी और इसका सबसे बड़ा नुकसान हमारे देश को हुआ।
उन्होंने कहा, "मैं आज भारत के हर युवा से आग्रह करूंगा, हर टैक्स पेयर से आग्रह करूंगा, ऐसे स्वार्थी राजनीतिक दलों और स्वार्थी राजनीतिक नेताओं का खुलासा कीजिए, जो आमदनी अठन्नी और खर्चा रुपैया वाली कुनीति लेकर चल रहे हैं। वे इस देश को भीतर से खोखला कर देंगे।" पीएम ने कहा बीते 8 वर्षों में हमने सोच और अप्रोच दोनों बदली है। हम 'सबका साथ, सबका विश्वास और सबका प्रयास, पर बल दे रहे हैं। मैं जब 'सबका प्रयास' कहता हूं तो इसमें हर देशवासी और राज्य शामिल है। छोटा-बड़ा सबका सामर्थ्य बढ़ेगा तब भारत विकसित बनेगा।