नई दिल्ली: मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के लेटर बम से एक ओर जहां महाराष्ट्र सरकार में हड़कंप मचा हुआ है वहीं, महाराष्ट्र के इस सियासी संग्राम को लेकर राज्यसभा और लोकसभा दोनों सदनों में जोरदार हंगामा हुआ। बीजेपी सांसदों ने महाराष्ट्र सरकार पर जमकर वार किए। लोकसभा में बीजेपी सांसद पूनम महाजन ने यह मुद्दा उठाते हुए कहा, ''जब एक API से 6000 करोड़ की अपेक्षा हो रही होगी तो समझिए NCP के गृहमंत्री और कितने API से पैसा वसूल करना चाहते हैं यह भी बहुत सवालिया निशान खड़ा करता है। मुझे यह भी समझ नहीं आ रहा कि जब गृहमंत्री NCP का है और वो बोल रहे हैं कि हम पैसा भी लेंगे और त्यागपत्र भी नहीं देंगे।'' आगे उन्होंने कहा, ''शिवसेना को मिर्ची लगी है इसका समझ नहीं आ रहा कौन किसकी चाकरी कर रहा है और कौन किसके लिए काम कर रहा है।''
वहीं, राज्यसभा में केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने भी इस मुद्दे को लेकर महाराष्ट्र सरकार को घेरा। जावड़ेकर ने कहा कि पहले आतंकवादी बम लगाते थे लेकिन अब पुलिस बम लगाती है। राज्यसभा में महाराष्ट्र सरकार बर्खास्त करो के नारे भी लगे। सत्तापक्ष के सदस्यों ने महाराष्ट्र के ताजा घटनाक्रम को लेकर हंगामा किया जिसके कारण सदन की कार्यवाही 12 बजकर करीब 10 मिनट पर दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी। सत्तापक्ष के कई सदस्यों ने शून्यकाल में भी इस मुद्दे को उठाने का प्रयास किया। लेकिन सभापति एम वेंकैया नायडू ने इसकी अनुमति नहीं दी।
गौरतलब है कि मुंबई के पूर्व पुलिस प्रमुख परमबीर सिंह ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पिछले हफ्ते पत्र लिखकर दावा किया था कि महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने पुलिस अधिकारियों को 100 करोड़ रुपये की मासिक वसूली करने को कहा है। इस पत्र के बाद राज्य में सियासी तूफान आ गया।