मुंबई: मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने शनिवार को महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख पर आरोप लगाया है कि मंत्री ने उनके टीम मेंबर सचिन वाजे से हर महीने 100 करोड़ रुपये उगाहने को कहा था। परमबीर ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को आठ पन्नों का पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। सिंह ने देशमुख की उस टिप्पणी पर भी कड़ा प्रहार किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि महाराष्ट्र होमगार्ड के कमांडेंट-जनरल के रूप में सिंह का ट्रांसफर प्रशासनिक उद्देश्यों के लिए नहीं, बल्कि उनकी टीम द्वारा 'अक्षम्य चूक' के लिए था। अपने पत्र में परमबीर ने देशमुख पर कई आरोप लगाए हैं जिनमें से 3 बेहद गंभीर हैं।
'देशमुख ने हर महीने 100 करोड़ इकट्ठा करने को कहा'
परमबीर सिंह ने अपनी चिट्ठी में लिखा है, ‘गृह मंत्री अनिल देशमुख ने क्राइम इंटेलीजेंस यूनिट के मुखिया सचिन वाज़े को पिछले कुछ महीनों में लगातार अपने आधिकारिक आवास पर बुलाया और पैसे इकट्ठे करने को कहा। फरवरी के मध्य में देशमुख ने वाज़े को अपने घर बुलाया। उस वक्त अनिल देशमुख के निजी सचिव मिस्टर पलांडे समेत मंत्री के स्टाफ के 1-2 लोग मौजूद थे। इस मीटिंग में देशमुख ने वाज़े से हर महीने 100 करोड़ रुपए इकट्ठा करने को कहा। देशमुख ने इस टारगेट को हासिल करने के लिए वाज़े को बताया कि मुंबई में करीब 1,750 रेस्टोरेंट, बार और दूसरे एस्टेब्लिशमेंट हैं। अगर हर एक से हर महीने 2-3 लाख रुपये लिए जाते हैं तो 40-50 करोड़ रुपए इकट्ठा हो जाएंगे, बाकी बची हुई रकम दूसरे सोर्सेज से हासिल की जा सकती है।’
‘देशमुख ने पाटिल से मांगी थी हुक्का पार्लर की जानकारी’
परमबीर सिंह ने पत्र में लिखा है, ‘कुछ दिनों बाद गृह मंत्री अनिल देशमुख ने सोशल सर्विस ब्रांच के ACP संजय पाटिल को अपने घर बुलाया। इस मीटिंग में गृह मंत्री के निजी सचिव मिस्टर पलांडे और कुछ अफसर शामिल थे। मीटिंग में गृह मंत्री अनिल देशमुख ने ACP संजय पाटिल से मुंबई में मौजूद हुक्का पार्लर की जानकारी मांगी। 2 दिन बाद गृह मंत्री अनिल देशमुख ने ACP संजय पाटिल और DCP भुजबल को अपने घर बुलाया। पहले इन दोनों अफसरों को बाहर इंतज़ार करवाया, इसके बाद मिस्टर पलांडे ACP संजय पाटिल और DCP भुजबल को अंदर लेकर गए। मिस्टर पलांडे ने ACP संजय पाटिल को बताया कि गृह मंत्री अनिल देशमुख मुंबई के 1,750 रेस्टोरेंट, बार और दूसरे एस्टेबिल्शमेंट से हर महीने 40-40 करोड़ रुपए की वसूली चाहते हैं।’
सांसद मोहन डेलकर की खुदकुशी के मामले में भी लगाए गंभीर आरोप
परमबीर ने लिखा है, ‘दादर नगर हवेली के सांसद मोहन डेलकर ने 22 फरवरी को मुंबई के सी-ग्रीन होटल में सुसाइड किया। सुसाइड नोट में उन्होंने दादर नगर हवेली के प्रशासक पर उत्पीड़न का आरोप लगाया था। मुंबई पुलिस इस केस की जांच कर रही थी लेकिन गृह मंत्री अनिल देशमुख पहले दिन से ही ये चाहते थे कि इस मामले में खुदकुशी के लिए उकसाने का केस दर्ज किया जाए। मैंने उनसे कहा कि चूंकि मोहन डेलकर को दादर नगर हवेली में प्रताड़ित किया गया इसलिए ये केस वहीं की पुलिस के अधिकार क्षेत्र में आता है, इसलिए अगर खुदकुशी के लिए उकसाने का केस दर्ज किया भी जाता है तो दादर नगर हवेली पुलिस की तरफ से ही किया जाएगा। लेकिन अनिल देशमुख इस केस के ज़रिए राजनीतिक फायदा उठाना चाहते थे, और यही वजह है कि लीगल एक्सपर्ट्स के विरोध के बावजूद उन्होंने 9 मार्च को महाराष्ट्र विधानसभा में ये एलान कर दिया कि सांसद मोहन डेलकर की खुदकुशी की जांच SIT करेगी।’