महाराष्ट्र के पालघर में दो साधुओं और एक ड्राइवर की भीड़ द्वारा पीट—पीट कर की गई हत्या के मामले में महाराष्ट्र के गृह विभाग ने सख्त रुख अपनाया है। प्रशासन ने पालघर में साधुओं की हत्या के मामले में 3 और पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया है। इससे पहले मंगलवार देर रात इसी पुलिस स्टेशन के 35 पुलिस कर्मियों का एक साथ तबादला कर दिया गया था। बता दें कि पालघर में इसी महीने गुजरात जा रहे दो साधुओं को भीड़ ने देर रात घेर लिया था और फिर उनकी पीट पीट कर हत्या कर दी थी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आज जिन तीन पुलिस कर्मियों को निलंबित किया गया उसमे एक असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर और 2 हेड कांस्टेबल है सभी कासा पुलिस स्टेशन से है। वही इस मामले में 2 इंस्पेक्टर पहले ही निलंबित किए गए थे। वहीं इस मामले की जांच कर रही सीआईडी ने पंचायत सदस्य काशीनाथ चौधरी को पूछताछ के लिए बुलाया था। बता दें कि मृतकों की पहचान चिकने महाराज कल्पवृक्षगिरि (70), सुशीलगिरि महाराज (35) और चालक निलेश तेलगड़े (30) के रूप में की गई।
इस मामले में 101 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देखमुख ने पिछले सप्ताह साफ किया था कि पालघर में भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या करने के मामले के संबंध में गिरफ्तार किए गए 101 लोगों में से कोई भी मुस्लिम नहीं है और उन्होंने विपक्ष पर इस घटना को साम्प्रदायिक रंग देने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा कि पुलिस ने घटना के आठ घंटे के भीतर 101 लोगों को गिरफ्तार किया है। वे पड़ोस के जंगलों में भाग गए थे लेकिन पुलिस ने उन्हें दबोच लिया।