औरंगाबाद: महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले के एक विधायक को बृहस्पतिवार को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया। एक सरकारी अधिकारी ने यह जानकारी दी। जिला के एक अधिकारी ने बताया कि विधायक में दो दिन पहले कोविड-19 के लक्षण सामने आए थे और उनके नमूने की जांच की गई। उन्हें आगे के इलाज के लिए मुंबई भेज दिया गया है। इससे पहले नांदेड़ जिले के ही रहने वाले राज्य के लोक निर्माण विभाग मंत्री अशोक चव्हाण भी वायरस से संक्रमित पाए गए थे। वह अब ठीक हो चुके हैं।
महाराष्ट्र में बुधवार तक के जारी आंकड़ों के अनुसार राज्य में 9,211 और लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि होने के साथ प्रदेश में कोविड-19 मरीजों की संख्या चार लाख के पार यानी 4,00,651 हो गई है। स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया कि इस अवधि में जिन 298 लोगों ने अपनी जान संक्रमण की वजह से गंवाई उनमें से 60 अकेले मुंबई महानगर के हैं।
इसके साथ ही प्रदेश में कोविड-19 से मरने वालों की संख्या 14,463 हो गई है। टोपे ने बताया कि इस अवधि में संक्रमण मुक्त हुए 7,478 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दी गई जिन्हें मिलाकर ठीक होने वाले मरीजों की संख्या बढ़कर 2,39,755 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक राज्य में 1,46,129 मरीज उपचाराधीन हैं। वहीं अबतक महाराष्ट्र में 20,16,234 नमूनों की जांच की गई है।
कोविड-19: महामारी के कारण गणेशोत्सव में आजीविका कमाने वालों पर संकट
कोविड-19 महामारी के मद्देनजर महाराष्ट्र सरकार ने इस साल गणपति उत्सव सादगी से मनाने का आह्वान किया है लेकिन इस पर्व से जुड़े हुए लोगों की आजीविका पर विपरीत प्रभाव पड़ा है जो हर साल मुंबई में गणपति उत्सव के दौरान 70 करोड़ रुपये से ज्यादा का कारोबार करते हैं। यहां लगभग 12,000 सार्वजनिक गणेश मंडल हैं।
नगरनिगम, सरकार और गणेश मंडल के बीच समन्वय स्थापित करने वाली संस्था बृहन्मुंबई सार्वजनिक गणेशोत्सव समन्वय समिति के अध्यक्ष नरेश दहीबावकर ने कहा कि लोग अपने घरों में हर साल लगभग दो लाख गणेश मूर्तियां स्थापित करते हैं।
उन्होंने कहा, “उत्सव के दौरान एक छोटा उद्योग काम करता है जिसमें फूल बेचने वाले, बिजली कर्मी, मंडप के लिए बांस बेचने वाले, परिवहन सेवाएं देने वाले, कारीगर और बहुत सारे लोग शामिल होते हैं।” उन्होंने कहा, “यहां उत्सव के दौरान 70 करोड़ रुपये का कारोबार होता है और सरकार को कर भी मिलता है।” उन्होंने कहा कि इस साल उत्सव से जुड़े लोगों की आजीविका पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा।