मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा में सूबे की शिंदे सरकार ने गुरुवार को एक बड़ा दावा करते हुए कहा कि राज्य में ‘लव जिहाद’ के एक लाख से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। विधानसभा में महिला और बाल विकास मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा ने कहा कि महाराष्ट्र के हर जिले में 50-50 हजार की भीड़ निकल रही है, और यह अपने आप नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य की जनता के मन में आग लगी हुई है, क्योंकि पूरे महाराष्ट्र में लव जिहाद के 1 लाख से ज्यादा मामले सामने आए हैं जिससे पूरा समाज व्यथित है।
‘लड़की को परिवार से जोड़ने का काम सरकार का’
लोढ़ा ने कहा कि राज्य सरकार ने जो ‘इंटर फेथ मैरिज जीआर’ निकाला है वह किसी के धर्म के खिलाफ नहीं है। उन्होंने कहा कि राज्य में फिर कोई श्रद्धा वालकर न हो, यह राज्य सरकार की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा, ‘श्रद्धा को मारकर 35 टुकड़े कर दिया गया। श्रद्धा को मारने वाला कोई और था, इसलिए यह इशू नहीं बनेगा तो ये नहीं चलने वाला है।’ महिला एवं बाल विकास मंत्री ने कहा कि शादी के बाद जिस लड़की का संवाद परिवार से टूट चुका है, उसे जोड़ने का काम सरकार का है।
‘सरकार दावे को साबित करे, हमें यकीन नहीं’
वहीं, सूबे में ‘लव जिहाद’ के एक लाख मामले होने के सरकार के दावे पर विपक्ष ने सवाल उठाए हैं। पूर्व गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटील ने कहा कि सरकार के दावे पर हमें यकीन नहीं है। उन्होंने कहा, ‘अगर राज्य में लव जिहाद के इतने मामले हुए हैं तो सरकार साबित करे और अपने तथ्यों के समर्थन में दस्तावेज सौंपे वर्ना हम यह मुद्दा विधानसभा में उठाएंगे।’ पाटिल ने कहा कि सरकार किसान, मंहगाई, शिक्षा सहित अन्य जनता के मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए ऐसे मुद्दे उठाती है। NCP नेता जितेंद्र आव्हाण ने भी लोढ़ा के दावे को झूठा बताया।
‘निजी जीवन में दखल नहीं दे सकती सरकार’
सरकार के दावे पर सवाल उठाते हुए मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष भाई जगताप ने कहा है कि संविधान ने सबको अपनी मर्जी से रहने का अधिकार दिया है, ऐसे में सरकार लोगों के निजी जीवन में दखल नहीं दे सकती है। उन्होंने कहा कि जीवनसाथी चुनने का अधिकार संविधान ने दिया है, और में सरकार इसे कैसे रोक सकती है। वहीं, शिंदे गु के विधायक संजय सिरसाट ने कहा, ‘हम लव जिहाद की बात करने वालों को ठोकेंगे। महाराष्ट्र में लव जिहाद के मामले बढ़ते जा रहे हैं और हिंदुओं की लड़कियों को मारा जा रहा है। हम ऐसा नहीं होने देंगे।’