बुलढाणा में आयोजित अमृत महोत्सव कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान नितिन गडकरी पहले की भाजपा और अभी की भाजपा का उदाहरण दे रहे थे। उदाहरण देते हुए उन्होंने अपनी पार्टी को 'दुकान' कह दिया।
नितिन गडकरी ने आखिर क्या कहा?
उन्होंने कहा, देश,राज्य और समाज की चिंता करते हुए हमारे अनेक कार्यकर्ताओं ने बलिदान दिया। लेकिन जब दुकान चलाने लगते हैं तब ग्राहक की कमी नहीं रहती है। अभी हमारी दुकान बहुत अच्छी चल रही है। ग्राहकों की कोई कमी नहीं है। मगर असली ग्राहक कहां गए, कोई दिख नहीं रहा है।
नितिन गड़करी के इस बयान पर महाविकास अघाड़ी की तीनों पार्टियों के नेता महाराष्ट्र भाजपा पर हमलावर हो गए हैं।
CAG की रिपोर्ट पर अधिकारियों से क्यों नाराज हुए नितिन गडकरी
द्वारका एक्सप्रेसवे की निर्माण पर खर्च होने वाले पैसे पर CAG ने सवाल उठाए थे। इस पर अब केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने नाराजगी जताई है। नितिन गडकरी ने इसका कारण अपने मंत्रालय के अधिकारियों द्वारा सही प्रतिक्रिया नहीं देना बताया है।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल भारतमाला परियोजना के तहत 500 लेन किमी का यह एक्सप्रेसवे 91 हजार करोड़ रुपए की लागत से बनाना तय हुआ था। इसको 10 अगस्त 2016 को स्वीकृति मिली थी लेकिन बाद में निर्माण लागत काफी बढ़ गई।
CAG ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने द्वारका एक्सप्रेस के हरियाणा वाले हिस्से को ‘एलिवेटेड’ मार्ग के रूप में बनाने का फैसला किया। इससे इसकी निर्माण लागत बढ़कर 251 करोड़ रुपये प्रति किलोमीटर हो गई जबकि पुराना अनुमान 18.2 करोड़ रुपये प्रति किलोमीटर का ही था।
अब केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने अफसरों के रिएक्शन पर नाराजगी जताई है। गडकरी ने गुरुवार को हाई लेवल मीटिंग में CAG की रिपोर्ट पर अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करने के निर्देश दिए हैं।
ये भी पढ़ें-
झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन को मिली मोहलत, ईडी ने अब 24 अगस्त को पेश होने के लिए कहा
बेंगलुरु में उद्यान एक्सप्रेस में लगी आग, घंटो मशक्कत के बाद बुझाई गई