महाराष्ट्र कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नाना पटोले ने राम मंदिर निधी समर्पण लेने वालों पर गुरुवार को बड़ा आरोप लगाया है। नाना पटोले ने कहा कि 'भगवान श्री राम जी के नाम पर चंदा मांगने वाले कुछ लोग मेरे पास आए। मैंने उनसे पूछा कि 30 साल पहले आप मंदिर बनाने के लिए पैसे लेकर गए थे तो वो पैसे कहां है। तो उन्होंने कहा कि अगर आप ने पैसे नहीं दिए तो आपको धर्म से बाहर निकाल देंगे।'
राम मंदिर के चंदे को लेकर कांग्रेस और बीजेपी आमने-सामने हैं। राम मंदिर चंदे को लेकर आज महाराष्ट्र विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ। महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि राम मंदिर के नाम पर बीजेपी जनता को लूट रही है। राम मंदिर के नाम पर वसूले जा रहे हैं चंदे पर महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने एतराज जताते हुए राज्य के विधानसभा में सवाल उठाया। नाना पटोले ने पूछा कि क्या बीजेपी ने राम मंदिर के नाम पर टोल वसूलने का ठेका लिया है? उन्होंने कहा कि चंदा मांगने के लिए भी चैरिटेबल ट्रस्ट का होना जरूरी होता है।
नाना पटोले ने कहा कि मेरे पास आज मनोहर कुलकर्णी नाम के एक व्यक्ति आए थे। जिन्होंने कहा कि कुछ लोग मेरे घर पर राम मंदिर के नाम पर चंदा मांगने के लिए आए थे। जब मैंने उनसे यह पूछा कि 30 साल पहले जो चंदा दिया था उसका क्या हुआ? और वह पैसे कहां गए? इस पर वह नाराज होने लगे और उन्होंने कहा कि यदि तुम चंदा नहीं दोगे तो तुम्हें धर्म से बेदखल कर दिया जाएगा। जिस पर मैंने पूछा कि क्या आप को हिंदू धर्म का ठेकेदार बनाया गया है? इसी मुद्दे को आज नाना पटोले ने विधानसभा में उठाया है।
नाना पटोले ने विधानसभा में सवाल उठाते हुए पूछा कि आखिर ऐसी कौन सी चैरिटेबल संस्था है? जिसे महाराष्ट्र में राम मंदिर के नाम पर चंदा वसूलने की जिम्मेदारी दी गई है। क्या महाराष्ट्र सरकार की तरफ से ऐसी कोई परमिशन दी गई है? उन्होंने कहा कि चंदा वसूलने के लिए भी चैरिटेबल संस्था का होना जरूरी है। नाना पटोले जब यह मुद्दा सदन में उठा रहे थे तब बीजेपी नेता सुधीर मुनगंटीवार और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस पर आपत्ति जताई थी। उन्होंने कहा कि जो लोग हफ्ता वसूली में लगे रहते हैं उन्हें समर्पण के बारे में क्या पता होगा?