मुंबई: महाराष्ट्र के यवतमाल जिले में आदमखोर बाघिन अवनि को एक ऑपरेशन चला कर मौत की नींद सुला दिया गया है। ऐसा माना जाता है कि इस खूंखार बाघिन ने 13 लोगों को अपना शिकार बनाया था। हालांकि, परीक्षण के बाद सभी मौतों की वजह उसे नहीं माना गया। पुलिस अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया आधिकारिक रूप से टी-वन नाम वाली इस बाघिन को शुक्रवार रात मार डाला गया। बाघिन शार्प शूटर नवाब असगर अली खान की गोली का शिकार हुई। असगर अली, मशहूर शार्पशूटर शफत अली के बेटे हैं। अवनि का पोस्टमॉर्टम नागपुर के गोरेवाड़ा रेस्क्यू सेंटर में किया जाएगा।
इस नरभक्षी बाघिन को रालेगांव थाने की सीमा में पड़ने वाले बोराती जंगल में घेर लिया गया था। उन्होंने बताया कि बीते 2 सालों में अवनि ने पंधरकांवड़ा जंगल में 13 लोगों का शिकार कर लिया था। इस सितंबर महीने में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि उसे गोली मारी जा सकती है। इसके बाद उसे माफी देने की ऑनलाइन याचिकाओं की बाढ़ आ गई थी। इस बाघिन को नवीनतम तकनीक की मदद से पकड़ने के लिए तीन महीने से ज्यादा समय से कोशिशें हो रही थीं। वनाधिकारियों ने प्रशिक्षित डॉग स्क्वॉड, ट्रैप कैमरे, ड्रोन, हैंग ग्लाइडर, विशेषज्ञ ट्रैकर्स, शार्प शूटरों और 200 लोगों को इस अभियान में शामिल किया गया था।
अधिकारियों ने बताया, ‘दूसरी बाघिन के मूत्र और अमेरिकी इत्र को इलाके में छिड़का गया, जिसे सूंघते हुये अवनि वहां आ पहुंची।’ उन्होंने कहा, ‘वन अधिकारियों ने पहले उसे जिंदा पकड़ने का प्रयास किया, पर घना जंगल और अंधेरा होने की वजह से ऐसा नहीं हो सका, आखिरकार एक गोली दागी गई और बाघिन ढेर हो गई। जब उसने हिलना डुलना बंद कर दिया तो वन अधिकारी उसके पास गए और बाद में उसे नागपुर अस्पताल ले जाया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।’ अवनि तिपेश्वर टाइगर सैंक्चुरी में 10 महीने के अपने दो शावकों की परवरिश करती थी। उसके शावक लापता हैं।
वीडियो: महाराष्ट्र में मारी गई 13 लोगों की जान लेने वाली आदमखोर बाघिन अवनि