महाराष्ट्र में नाटकीय घटनाक्रम के बाद आज महाराष्ट्र विधान भवन के सत्र की शुरुआत हो गई है। सदन में प्रोटेम स्पीकर कालीदास कोलाम्बकर`द्वारा नए विधायकों कोे शपथ दिलाई जा रही है। इससे पहले आज विधान भवन में एनसीपी की नेता और शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने सभी नए विधायकों का स्वागत किया। सुप्रिया ने न सिर्फ एनसीपी सदस्यों का बल्कि अन्य पार्टियों के सदस्यों का भी स्वागत किया। इस दौरान सबसे रोचक पल तब आया जब पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस विधानसभा के गेट पर पहुंचे, यहां सुप्रिया सुले ने उनका भी स्वागत किया और हाथ मिलाकर शुभकामनाएं दीं।
शपथ ग्रहण से पहले एक रोचक पल तब और आया जब अजित पवार विधानभवन पहुंचे। यहां उनकी बहन सुप्रिया सुले ने उनके पैर छुए और गले लगाया। इसके बाद शपथ ग्रहण को जाने से पहले अजित पवार ने एनसीपी के समर्थन में जिंदाबाद के नारे भी लगाए। पार्टी में वापसी पर अजित पवार ने कहा कि मैं कभी पार्टी से गया ही नहीं था तो वापसी का सवाल ही नहीं है। मैं हमेशा से एनसीपी में था, हूं और रहूंगा।
महाराष्ट्र की सियासत में मचे घमासान के लिए मंगलवार का दिन बेहद अहम रहा। पहले अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया, फिर देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया और फिर आखिर में कांग्रेस-NCP-शिवसेना गठबंधन ने उद्धव ठाकरे को अपने गठबंधन का नेता चुन लिया।
शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस गठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद के लिए नामित उद्धव ठाकरे मंगलवार रात राजभवन पहुंचे और महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए दावा पेश किया। महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर जारी दी कि 28 नवंबर की शाम 6:40 पर मुख्यमंत्री पद के लिए शपथ ग्रहण कराई जाएगी। इसे पहले शिवसेना अध्यक्ष ठाकरे ने राज्यपाल से मुलाकात की और ‘‘महाराष्ट्र विकास आघाड़ी’ की सरकार के गठन का दावा पेश किया था।